किसानों को अपनी चक्की में ना पीसे कमलनाथ -भाजपा
सिवनी- जिले के किसानो की धान खरीदी मे हो रहे विलंब ने प्रदेश सरकार की लापरवाही और किसान विरोधी मानसिकता को उजागर कर दिया है। जिले के अन्नदाता किसानो की 90 प्रतिशत धान उनके खलिहानो अथवा खरीदी केन्द्रों पर पडी हुई है, जबकि धान खरीदी की अंतिम तिथी मे सिर्फ 10 दिन शेष रह गये हैं। इन परिस्थितियों मे किसान अपने आप को ठगा हुआ, असाहय और विवश पा रहा है। यदि धान खरीदी हेतु प्रदेश सरकार ने तत्काल ठोस कदम नही उठाये तो भाजपा सड़को पर उतकर अंदोलन करने पर मजबूर होगी। इस आशय की बात भाजपा जिला अध्यक्ष प्रेम तिवारी द्वारा जारी एक वक्तवय मे कही गई।
श्री तिवारी ने कहा कि ठगी और झूठ फरेब का पर्याय बनी प्रदेश सरकार ने किसानो पर अपना जुल्म ढाना शरू कर दिया है। पहले यूरिया के लिए लाठी चार्ज, फिर बिजली के लिए त्राही त्राही और अब किसानो की धान खरीदी मे हो रहें विलंब ने इस सरकार के नकारापन को उजागर कर दिया है। इस सरकार की लापरवाही का आलम यह है कि प्रारंभ मे हुई धान खरीदी का परिवहन न होने के कारण खरीदी केन्द्रों मे अन्य किसानो की धान रखने की जगह ही नही है। यह सरकार न तो परिवहन व्यवस्था के लिए कदम उठा रही है ना ही भण्डारण की समुचित व्यवस्था है।
श्री तिवारी ने कहा कि किसानो के साथ न्याय करने और उनका मसीहा बनने का ढिंढोरा पीटने वाले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राहुल गांधी और उनके प्रबल अनुयायी श्री कमलनाथ यह बतायें कि जब कांग्रेस शासित पडोसी राज्य मे धान खरीदी का मूल्य दो हजार पाॅच सौ रूपय है तो, मध्यप्रदेश मे यह धान सतरह सौ पचास रूपये मे क्यों खरीदी जा रही है ? क्या यह प्रदेश के किसानो के साथ अन्याय नही है ? या यह समझा जाये कि कांग्रेस की नजर मे प्रदेश का किसान कम मेहनतकश हैं ? जबकि पूर्व मे भाजपा सरकार ने किसानो को धान के लिए दो सौ रूपये प्रति क्विंटल बोनस का घोषणा की थी। यही नही पूर्व मे किसानो की धान खरीदी का अनुपात चालीस क्विंटल प्रति हेक्टेयर था जो अब घटाकर पैतीस क्विंटल प्रति हेक्टेयर कर दिया गया है।
भाजपा मीडिया प्रभारी श्रीकांत अग्रवाल द्वारा जारी विज्ञप्ति में भाजपा जिला अध्यक्ष ने कहा कि कमलनाथ जी कहते हैं कि उनकी चक्की धीरे चलती है किन्तु महीन पीसती है। श्री नाथ की चक्की धीरे चले या तेज चले किन्तु उसमे किसानो को न पीसे। यदि चक्की ओर चक्करबाज कांग्रेस सरकार ने किसानो पर अपना जुल्म ढाना जारी रखा तो भाजपा तो आंदोलन करेगी ही, किसानो को झूठे वादो का झाॅसा देकर सरकार बनाने वाली कांग्रेस यह समझ ले कि प्रदेश के किसान भी सड़क पर उतकर इस सरकार कि ईंट से ईंट बजा देगें।