सिवनी-नगर पालिका सफाई कर्मचारियों की लगातार 4 दिनों से चली आ रही हड़ताल के कारण नगर की सफाई व्यवस्था काफी खराब हो चुकी है। इस भीषण गर्मी में सफाई न होने के कारण गंभीर बीमारी भी उत्पन्न होने लगी है। प्रदेश में अनेक कर्मचारी संगठनों द्वारा अपनी मांगो को लेकर बीते दिनों कई आंदोलन किये गये है। और सरकार ने उनकी मांगे भी मानी है। ऐसी स्थिति में सिवनी नगर पालिका के कर्मचारियों की अपनी मांगो को लेकर हड़ताल करना उनका अधिकार है और इस पर नगर पालिका प्रशासन द्वारा गंभीरता पूर्वक निर्णय लिया जाना चाहिये था।
उक्त बात पत्रकार एवं जिला भाजपा उपाध्यक्ष ओम दुबे द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कही गई है। आपने आगे कहा है कि, बीते कुछ माहों से नगर पालिका की स्थिति बहुत अधिक खराब हो चुकी है। लोगो की समस्याओं का निराकरण नहीं हो पा रहा है। निर्माण कार्य ठप्प पडे़ है। इन सब स्थिति को देखते हुए सरकार को इस ओर अतिशीघ्र ध्यान देना चाहिये। आपने यह भी कहा है कि जब नगर पंचायत बरघाट एवं लखनादौन के सफाई कर्मियों को नियमित किया जा चुका है, तब सिवनी के सफाई कर्मचारियों का विनियमितिकरण क्यों नहीं हो रहा है इस पर विचार किया जाना चाहिये।
ओम दुबे ने यह भी आरोप लगाया है कि उनकी जानकारी के अनुसार संयुक्त संचालक कार्यालय जबलपुर में जानबूझकर सफाई कर्मचारियों के विनियमितिकरण की फाईल को आर्थिक लाभ के कारण रोका गया है
अतः विनियमितिकरण अभी तक रोकने के कारणों की भी जांच की जाना चाहिये।