
सिवनी : सिवनी जिले में शिक्षा विभाग के हाल बेहाल है क्योकि जिले में ऐसे अनेको अतिथि शिक्षक है जो शासन प्रशासन और अधिकारियो को गुमराह कर गलत तरीको से शिक्षा विभाग के नियमो की धज्जियाँ उड़ाने के साथ साथ फर्जी कार्य करते आ रहे है. एक तरफ तो अतिथि शिक्षक के रूप में स्कूल में नियमित रूप से बच्चों को शिक्षा प्रदान कर रहे है वही अतिथि शिक्षक होने के साथ साथ बी. एड.,डी.एड./डी.एल.एड. भी कर रहे है और अनेको ऐसे शिक्षक है जिन्होंने पहले अतिथि में रहते हुए ऐसा कर चुके है. ऐसा ही एक उदाहरण हमारे सामने आया जब एक अतिथि शिक्षक ने गेस्ट टीचर में पढ़ाने के साथ साथ डी.एल.एड. भी कर डाला अब ये संभव हुआ कैसे ये जिला शिक्षा अधिकारी ही बता सकते है.
एक व्यक्ति एक समय में 2 स्थानों में कैसे उपस्थित ?
ऐसा ही एक उदाहरण हमारे सामने आया जब एक अतिथि शिक्षक ने गेस्ट टीचर में पढ़ाने के साथ साथ डी.एल.एड. भी कर डाला अब ये संभव हुआ कैसे ये जिला शिक्षा अधिकारी ही बता सकते है की एक व्यक्ति एक समय में 2 स्थानों में कैसे उपस्थित था. वही कुछ दूसरे शिक्षको से जानकारी ये भी मिली की इन अतिथि शिक्षको को जानकारी स्कूल के प्रिंसिपल को भी है की ऐसे अनेको अतिथि शिक्षक है जो अतिथि रहते हुए डी.एल.एड. , बी.एड. / डी.एड. भी कर रहे है और जो कर चुके है .
ऐसे अतिथि शिक्षको ने प्रिंसिपल से कर रखी है सेटिंग ?
मजे की बात तो ये है की जब प्रिंसिपल को इन सब की जानकारी है तो प्रिंसिपल इस संबंध में मामले को दबाने में क्यों लगे हुए है. समाचार लिखे जाने से पहले ही प्रिंसिपल को खुद ऐसे अतिथि शिक्षको पर एक्शन लेना था यदि प्रिंसिपल को एक्शन के अधिकार न हो तो जिला शिक्षा अधिकारी तक इस संबंध में जानकारी भेज दी जानी चाहिए थी परन्तु प्रिंसिपल का मामले को दबाना संदेह का विषय नजर आ रहा है .
अब देखना तो यही है की क्या जिला शिक्षा अधिकारी इस विषय को संज्ञान में लेते हुए कारवाही करेंगे या फिर इसी तरह ये अतिथि शिक्षक शासन प्रशासन और अधिकारियो को गुमराह कर गलत तरीको से ये फर्जी कार्य करते रहेंगे. ये भी देखना होगा की जिला शिक्षा अधिकारी ऐसे शिक्षको और इन्हें संरक्षण देने वाले प्राचार्यो पर कारवाही करते है या नहीं ?