जनप्रतिनिधियो की उदासीनता के चलते अघोषित मूत्रालय में हुआ तब्दील..
सिवनी / कान्हीवाड़ा एक ऐसा गाव है जहां शासन द्वारा अनेको सौगातें दी गई किन्तु यहां के जनप्रतिनिधियो की उदासीनता ओर अर्थलिप्सा के चलते अनेको ऐसी सौगातें है जो अधर में लटकी हुई हैं और जो सौगातों को अमलीजामा पहनाया जा चुका है वह अपने आप मे आंसू बहा रही है यहां यू कहे वह खण्डर में तब्दील होते हुए बदहाली का शिकार हो रही हैं |
कान्हीवाड़ा में एक ऐसा ही शापिंग काम्प्लेक्स है जो विगत 4 वर्षों से बनकर तैयार है किन्तु वह अपनी नीलामी की राह में अघोषित मूत्रालय ओर शराब खोरी के अड्डे में तब्दील होते जा रहा है किंतु यंहा के जनप्रतिनिधियो की आंखों में ना जाने कोनसी कांच के चश्मे लगे हुये हैं जो वह इस ओर ध्यान नही दे पाते स्थानीय बाज़ार चौक के मध्य में जनपद पंचायत द्वारा 60 लाख रुपये की लागत से शापिंग काम्प्लेक्स बनवा गया किन्तु आज तक उस कॉम्प्लेसक की नीलामी नही हो पाई जानकारी ली गई तो बताया गया कि जनपद पंचायत द्वारा 2 बार नीलामी की तारीख तय की गई .|
किन्तु किसी ने यह कॉम्प्लेसक कि नीलामी में भाग नही लिया जनपद के उच्च पदस्थ सूत्रों से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने हमे जानकारी देते बताया कि जनपद द्वारा इसकी 6 लाख रुपये की सरकारी बोली रखी गई है और किराया 2500 रुपये प्रति महीना फिक्स किया गया था सरकारी बोली ज्यादा महंगी होने के चलते ओर महीने का किराया भी ज्यादा होने के चलते लोगो द्वारा इस नीलामी में अपनी रुचि नही दिखाई गई जनपद के अधिकारियों द्वारा जानकारी देते हुए बताया कि जनपद की सामान्य सभा की एक बैठक में प्रस्ताव पास करते हुए अनुविभागीय अधिकारी सिवनी को पत्र लिखा और उस पत्र में उलेख किया गया कि काम्प्लेक्स की नीलामी की जो कीमत है उसे कम की जाए जिस पर तत्कालीन अनुविभागीय अधिकारी ने साफ इनकार करते हुए जनपद को निर्देशित किया कि जो नियम अनुसार नीलामी की कीमत रखी गई है
उस आधार पर ही नीलामी की जाए यदि उस कीमत को कम किया जाता है तो शासन को राजस्व की नुकसानी होगी उलेखनिय बात यह है कि शासन को अपनी नुकसानी की चिंता सता रही है वही विगत 4 वर्षों से इस काम्प्लेक्स का निर्माण हो चुका है जिससे इन 4 वर्षों में शासन को राजस्व का कितना नुकसान हुआ होगा उसकी चिंता करने वाला कोई नही है |
कान्हीवाड़ा के जनप्रतिनिधि अपनी अर्थलोलुप्ता के चलते निरन्तर अपने घर भरने में लगे हुए है उन्हें भी कोई चिंता नही है अब देखना यह है कि अपनी हालत में आंसू बहाते इस शापिंग काम्प्लेक्स के अच्छे दिन कब आते हैं,या उपरोक्त शापिंग काम्प्लेक्स अघोषित मूत्रालय ओर शराब खोरी के अड्डे में ही पूर्णतः तब्दील होते रह जायेगा।