सिवनी-पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल जी की अस्थि कलश यात्रा का गत 24 अगस्त को सिवनी नगर आगमन हुआ। इस दौरान जिला भाजपा द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में उल्लेखित किया गया था कि सिवनी एवं बालाघाट सहित अन्य जिलों में प्रवाहित होने वाली पौराणिक महत्व की माँ वैनगंगा नदी में अटल जी की अस्थितयों का एकांश विसर्जित किया जायेगा।
पूर्व निर्धारित समय से एक घंटे पूर्व नगर का भ्रमण कर लखनवाड़ा वैनगंगा घाट पर पहुंची कलश यात्रा को बमुश्किल स्थानीय निवासियों एवं जागरूक नागरिकों द्वारा रोका गया, लेकिन यहां भी औपचारिकता निभाते हुये केवल अस्थि कलश के ऊपर चढ़ायें गये पुष्पों को माँ वैनगंगा में अर्पित कर कलश यात्रा छिंदवाड़ा जिले के परासिया के लिये रवाना कर दी गई।
सूत्रों की माने तो कलश यात्रा के प्रभारी नरेश दिवाकर सहित भाजपा संगठन से जुड़े आला पदाधिकारी समय अभाव होने का हवाला देकर कार्यकर्ताओं व आम जनता के लिये ठीक से कलश के दर्शन तक नहीं करवा पाये, लेकिन अफसोस यह है कि लखनादौन से कलश यात्रा के साथ आये भाजपाईयों ने सेंटर पाईंट होटल के समीप स्थित एक रेस्टोरेंट में लगभग आधे घंटे तक चाय-नाश्ते में समय व्यतीत कर दिया। इसके बाद पुन: कलश यात्रा चौरई बायपास के समीप 20 मिनट तक केवल इसीलिये रोकी गई, क्योंकि कलश यात्रा वाहन के साथ चल रहे व्यक्तियों को पुड़ी-सब्जी खाना था।
कुल मिलाकर देखा जाये तो अटल जी की अस्थि कलश यात्रा का मुख्यालय सिवनी में जिम्मेदारों ने मजाक बनाकर रख दिया, जहां हर निर्धारित स्थान पर यात्रा का स्वागत कर अस्थि कलश पर पुष्पाजंलि कर अपनी श्रद्धाजंलि देने के लिये आतुर भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को एक घंटे पूर्व चल रही यात्रा के कारण मौका ही नहीं मिला कि वे भाजपा के संस्थापक स्व. अटल जी को श्रदा सुमन कर सके।