Do You Know? साल का सबसे प्रतीक्षित हिंदू त्यौहार बस आने ही वाला है। धनतेरस, भारत में पाँच दिवसीय दिवाली त्यौहार की शुरुआत का प्रतीक है और इसे सोना, चाँदी और अन्य कीमती सामान खरीदने के लिए बेहद शुभ दिन माना जाता है। “धनतेरस” शब्द “धन” से आया है, जिसका अर्थ है धन, और “तेरस”, जो हिंदू चंद्र कैलेंडर के कृष्ण पक्ष के 13वें दिन को दर्शाता है।
इस साल धनतेरस 29 अक्टूबर को पड़ रहा है, जो दिवाली की शुरुआत का प्रतीक है। सोना खरीदने की यह परंपरा सांस्कृतिक मान्यताओं और इसके साथ आने वाले सौभाग्य में गहराई से निहित है।
धनतेरस के पीछे की पौराणिक कथा
धनतेरस की उत्पत्ति अक्सर राजा हिमा और उनके बेटे की कहानी से जुड़ी हुई है। किंवदंती के अनुसार, एक ज्योतिषी ने भविष्यवाणी की थी कि राजा हिमा का बेटा अपनी शादी के चौथे दिन सांप के काटने से मर जाएगा। उसकी नई दुल्हन ने उसे बचाने के लिए एक चतुर योजना बनाई।
जिस रात भविष्यवाणी सच होने वाली थी, उसने अपने सारे सोने और चांदी के आभूषणों के साथ-साथ कमरे के प्रवेश द्वार पर दीपों का ढेर लगा दिया। उसने पूरी रात कहानियाँ सुनाकर और गीत गाकर अपने पति को जगाए रखा। जब मृत्यु के देवता यम, साँप के रूप में आए, तो वे सोने और दीपों की चमक से चकाचौंध और अंधे हो गए। तीव्र प्रकाश ने यम को कमरे में प्रवेश करने से रोक दिया, और वे चुपचाप चले गए, जिससे युवा राजकुमार की जान बच गई।
इस दिन को धनतेरस के रूप में मनाया जाता है, जो मृत्यु पर जीवन और अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है। चूँकि कहानी में मृत्यु को दूर भगाने के लिए सोने और अन्य कीमती धातुओं का इस्तेमाल किया जाता था, इसलिए इस दिन उन्हें खरीदना सुरक्षा और सौभाग्य लाने वाला माना जाता है।
धनतेरस पर सोना क्यों माना जाता है शुभ?
सदियों से भारतीय संस्कृति में सोने को धन और दैवीय आशीर्वाद का प्रतीक माना जाता रहा है। धनतेरस पर, लोगों का मानना है कि सोना खरीदने से समृद्धि सुनिश्चित होती है और आने वाले साल के लिए घर में वित्तीय स्थिरता आती है। कई लोग सोने को धन की देवी लक्ष्मी से भी जोड़ते हैं, जिनकी पूजा दिवाली के त्यौहार का मुख्य उद्देश्य है
इस दिन सोना खरीदकर, भक्त लक्ष्मी का आशीर्वाद मांगते हैं, उनका मानना है कि इससे उनकी संपत्ति बढ़ेगी और वित्तीय खुशहाली आएगी। यह धातु शुद्धता और स्थायित्व का भी प्रतिनिधित्व करती है, जो लंबे समय तक चलने वाले और स्थिर भविष्य का प्रतीक है।