छोटी दिवाली एक शुभ त्यौहार है जो दिवाली से एक रात पहले मनाया जाता है और यह आश्विन माह में कृष्ण पक्ष के 14वें दिन मनाया जाता है। इस वर्ष यह त्यौहार 31 अक्टूबर 2024 को गुरुवार के दिन मनाया जाएगा।
छोटी दिवाली, जिसे नरक चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म में बहुत आध्यात्मिक महत्व रखती है। इस पवित्र त्यौहार को काली चौदस, भूत चतुर्दशी, रूप चौदस और दीपावली भोगी भी कहा जाता है। यह त्यौहार हिंदू धर्म में बहुत महत्व रखता है और बुराई पर अच्छाई की जीत (अंधकार पर प्रकाश) का प्रतीक है – छोटी दिवाली, जो धनतेरस और दिवाली के बीच आती है।
छोटी दिवाली का महत्व और अनुष्ठान
किंवदंतियों के अनुसार, नरकासुर नामक राक्षस ने 16000 लड़कियों को पकड़कर अपने पिंजरे में बंद कर लिया था, जिसे देवी काली और भगवान विष्णु ने पराजित कर मार डाला था और इसीलिए इस दिन को नरक चतुर्दशी के नाम से जाना जाता है। यह दिन प्रकाश की शक्ति से बुराई या अंधकार के उन्मूलन का प्रतीक है। लोग अपने घरों को रोशनी और फूलों, रंगोली और बहुत कुछ से सजाकर इस दिन को मनाते हैं।
इस दिन भगवान कृष्ण और देवी काली की पूजा की जाती है। अंधकार को दूर करने के लिए घर में दीये और दीपक जलाए जाते हैं। छोटी दिवाली पर मृत्यु के देवता भगवान यम की भी पूजा की जाती है। भगवान विष्णु और देवी काली के साथ भगवान यम की भी पूजा की जाती है। लोग प्रदोष काल में दीये जलाकर भगवान की पूजा करते हैं।
ऐसा माना जाता है कि इस दिन जो कोई भी सूर्योदय से पहले अभ्यंग स्नान करता है, वह पापों से खुद को शुद्ध कर लेता है। भारत के कई हिस्सों में तेल और उबटन (हर्बल पेस्ट) लगाना भी एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान माना जाता है।
छोटी दिवाली 2024 तारीख और समय
द्रिक पंचांग के अनुसार, काली चौदस 31 अक्टूबर 2024 को मनाई जाएगी। नरक चतुर्दशी तिथि 30 अक्टूबर 2024 को दोपहर 01:15 बजे शुरू होगी और 31 अक्टूबर 2024 को दोपहर 03:52 बजे समाप्त होगी।