विदिशा । पिछले दिनों हुई मूसलाधार बारिश से विदिशा में आई बेतवा की बाढ़ कहर बनकर बरपी, हालांकि बाढ़ के पानी में अब कमी जरूर देखने को मिली, लेकिन चारों ओर बर्बादी का मंजर ही दिखाई दे रहा है।
बाढ़ की मार झेल चुके पीडित परिवारों के पास इस समय दो बक्त की रोटी भी खाने के लिए नहीं है। हालात यह है कि अभी भी कई घरों में पानी भरा हुआ। घर में ओढने बिछाने के साथ समुचा घर गृहस्थी का सामान बाढ बहा ले गई है।
मात्र मकान दिखाई दे रहे है जिनकी हालत पानी सें खराब हो गई है । लोगों का कहना है बाढ आई तो सामान घरो से निकालने का मौका नहीं मिला। घर गृहस्थी का छोडकर परिवार सहित जान बचाकर भागे थे।
नेताओं ने आकर बादे किये है कि हम नुकसान की भरपाई करेगें। सवाल यह उठता है कि प्रशासन कितने जल्दी बाढ में मिले जख्मों को भरेगा। जिससे हमें कुछ पल की राहत मिल सके ।
आपको बता दें कि विदिशा जिले में तीन दिन तक बाढ का तांडव मचा रहा चारो तरफ पानी ही पानी का मंजर दिखाई दे रहा था लोग हालाकान होकर यहा वहा अपने आप को सुरक्षित स्थानो पर पहुॅचाने में लगे थे । बाढ के चलते शहर की कई बस्तियां जल मग्न रहीं। घरो में 5 से 6 फीट तक पानी भरा गया।
प्रशासन द्वारा समय रहते रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जिसके कारण कोई जनहानि नहीं हुई लेकिन बाढ़ के बाद अब लोगो के पास रहने को घर नहीं और खाने का अन्न नहीं है आस पास के लोगो के रहमो करम पर अपना गुजर बसर कर रहे है। रायपुरा बस्ती बाढ़ के समय पानी में डूबी रही जिसके चलते कई लोगो के घर पूरी तरह से बर्बाद हो गये। बाढ ने उनकी जिंदगी भर की कमाई को पानी में बाह ले गई।
मोहर बाई कुशवाह का कहना है कि उनके घर में अभी भी पानी भरा हुआ है। अब जब बाढ़ का पानी चला गया, लेकिन वो घर के अंदर भी नहीं जा सकती, क्योकि उनका घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका। उन्हें यह भी पता नहीं कि घर में क्या क्या बर्बाद हुआ है, जबकि जमनी बाई कुशवाह का कहना था कि जब बाढ आई तो उन्हें सामान निकालने का मौका नहीं मिला। चार दिनो तक उसका घर पानी में पूरा डूबा रहा।
जिसके कारण घर गिरने की कगार पर है। वो अपना बचा कुछ सामान निकालने की कोशिश कर रही है। सीमा बाई ने अपना दर्द व्या करते हुए उनकी आंखो से आंसू निकल आए थे। बाढ़ ने उनकी जिंदगी भर की सारी कमाई छीन ली। घर गृहस्थी का सामान सब कुछ बर्बाद हो गया।
सीमा और उसके परिवार को राहत शिविर में रह कर अपना समय गुजारा। ऐसे न जाने कितने परिवार है जिनके उपर बाढ़ का पानी कहर बन कर टूटा और सबकुछ बर्बाद कर दिया। अब देखना यह होगा इन परिवारों को बाढ़ ने जो जख्म दिये है उन पर प्रशासन कितने जल्दी मरहम लगाता है। जिससे उनको राहत मिल सके