उज्जैन। मेडिकल कॉलेज के एक सफाई कर्मचारी ने मंगलवार देर रात में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बुधवार सुबह लोगों ने उसका शव फंदे पर लटका हुआ देखा तो पुलिस को सूचना की। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच के लिए एफएसएल अधिकारी डॉ. प्रीति गायकवाड़ को मौके पर बुलाया।
इस मामले में चिमनगंज थाना पुलिस ने बताया कि बुधवार सुबह आगर रोड स्थित शिवांश सिटी स्थित एक मकान के बाहर छत के पिलर से एक युवक ने फांसी लगा ली। सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी और एफएसएल अधिकारी डॉ. प्रीति गायकवाड़ मौके पर जांच के लिए पहुंचे। इस दौरान मौके पर लोगों की भीड़ भी लग गई थी।
लोगों ने मृतक की शिनाख्ती सत्यनारायण पिता रामू सोलंकी 28 साल के रूप में की। वह इसी कॉलोनी में किराए के मकान में रहता था। जानकारी मिलने पर उसकी पत्नी और बच्चे भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शव को नीचे उतार कर पीएम के लिए अस्पताल भेजा।
पिता के घर से आया था उज्जैन
प्रारंभिक जानकारी में सामने आया कि सत्यनारायण आरर्डी गार्डी मेडिकल कॉलेज में सफाई कर्मचारी था। वह शिवांश सिटी में किराए के मकान में पत्नी और बच्चों के साथ रहता था। कोरोना कर्फ्यू के पहले से ही वह इंदौर के समीप सिमरोल स्थित अपने पिता के घर पर रह रहा था।
मंगलवार रात को वह पिता के घर से उज्जैन आया। शाम को वह सीधे अपने निर्माणधीन मकान पर पहुंचा और रात के समय फांसी लगा ली। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले को जांच में लिया है।
पुलिस को मिला सुसाइड नोट
एफएसएल अधिकारी डॉ. प्रीति गायकवाड़ ने बताया कि मामला आत्महत्या का है। मृतक के पास से सुसाईड नोट मिला है। जिसमें मात्र दो लाइन लिखी है जिसमें उसने लिखा है कि जब मैं ही नहीं रहूंगा तो कोर्ट केस का क्या होगा। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मृतक और उसकी पत्नी के बीच पारिवारिक विवाद चल रहा था। संभवतः इसी के चलते उसने आत्महत्या की होगी।