भोपाल : मध्यप्रदेश का लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग मंत्रालय भी कमाल है, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने सेक्स वर्कर (Sex Workers) को भी कोरोना संक्रमण के हाई रिस्क Zone में रखते हुए ऑनस्पाॅट टीकाकरण (Onspot Vaccination) के लिए रजिस्ट्रेशन (Registration) कराने के निर्देश दे दिए।
जब लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण की जब परेशानी बढ़ने लगी तो उसे टाइपिंग मिस्टेक के कारण हुआ है, ऐसा बताया गया, विभाग का कहना यह है कि सेक्स वर्कर नहीं सेलून वर्कर लिखा जाना था और फिर आदेश में सुधार कर दुबारा सही आदेश जारी किया गया.
मामला आज रविवार 30 मई का है, सोशल मीडिया पर मध्यप्रदेश लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग मंत्रालय के आदेश की कॉपी वायरल होने के बाद यह मामला उजागर हुआ
जारी आदेश में कहा गया है कि कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए हाई रिस्क ग्रुप का कोविड-19 टीकाकरण प्राथमिकता के आधार पर कोविड-19 टीकाकरण किया जाना आवश्यक है, हाई रिस्क ग्रुप को सूचीबद्ध कर लिया गया है, इसलिए 100% ऑनसाइट रजिस्ट्रेशन (OnSpot Vaccination) आधारित सत्र आयोजित कर का टीकाकरण किया जाए।
उच्च जोखिम समूह में उचित मूल्य दुकानों के विक्रेता, सिलेंडर सप्लाई करने वाले, पेट्रोल पंप स्टाफ, घर में काम करने वाली महिलाएं, किराना दुकान व्यापारी, सब्जी/गल्ला मंडी के विक्रेता, हाथ ठेला वाले, दूध वाले, वाहन चालक, साइट मजदूर, मॉल/होटल/रेस्टोरेंट में कार्यरत स्टाफ, शिक्षक और सेक्स वर्कर को रखा गया। इस आदेश पर विभाग के अधिकारियों का खूब मजाक बना।
हालांकि बाद में एक और आदेश सोशल मीडिया पर सामने आया। इस बार सेक्स वर्कर की जगह उसे सैलून वर्कर कर दिया गया।
कांग्रेस ने कहा- BJP नेताओं की विशेष मांग पर तो नहीं
कांग्रेस ने कसा तंज – मध्यप्रदेश में सेक्स वर्कर को पहले वैक्सीन, कहीं ये बीजेपी नेताओं की विशेष मांग पर तो नही ? शिवराज जी, वरीयता तय करिये पर लज्जा बनी रहे, वैसे भी अब जनता बीजेपी नेताओं के गिरते चरित्र से भलीभाँति परिचित है.