बिजली कर्मचारी से हड़पे थे सात लाख, हिमाचल पुलिस पहुंची भोपाल

By Khabar Satta

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भोपाल। स्टाक मार्केट में निवेश कर ज्यादा मुनाफा कमाने का झांसा देकर ठगी करने वाला एक गिरोह पुलिस के शिकंजे में आया है। इसी सिलसिले में सोमवार को हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले की पुलिस भी भोपाल पहुंची। गिरोह ने काल सेंटर के माध्यम से वहां के एक बिजली कर्मचारी से सात लाख रुपये हड़प लिए थे। पुलिस पहले होशंगाबाद पहुंची थी। हिमाचल प्रदेश की पुलिस ने कोर्ट में आरोपितों के ट्राजिंट रिमांड का आवेदन दे दिया है, लेकिन एक दस्तावेज कम होने के कारण मामला अटका है। संभवत: मंगलवार को हिमाचल पुलिस को आरोपितों की रिमांड मिल जाएगी।

गौरतलब है कि होशंगाबाद के देहात थाना क्षेत्र में 28 लड़कियां और 12 लड़कों की मदद से काल सेंटर चलाया जा रहा था। इन सभी को वेतन दिया जाता था। ये सभी देशभर में करीब 500 फोन प्रतिदिन करते थे और लोगों को शेयर में निवेश के नाम पर फंसाते थे। जो इनकी बातों में आ जाते थे, उनसे आनलाइन रुपये अपने खाते में मंगाकर निकाल लेते थे और बाद में इन लोगों को शेयर डूबने की बात कहकर रकम हड़प जाते थे। पुलिस ने ऐसे गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया था। इस गिरोह ने जबलपुर में तैनात सेना के जवान से भी सवा दो लाख रुपये की ठगी की थी।

कंपनी चलाने वाले चार आरोपित गिरफ्तार

पुलिस ने गिरोह के सरगना इंजीनियर अभिषेक गौर, फर्जी दस्तावेज पर सिम उपलब्ध कराने वाले पवन कुमार अहिरवार, काल सेंटर का पूरा हिसाब देखने वाले विशाल सिंह सोलंकी और मनीष रघुवंशी को गिरफ्तार किया है।

हिमाचल में बिजली कर्मचारी से सात लाख हड़पे

आरोपितों ने हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के अंब थाने में हिमाचल प्रदेश बिजली बोर्ड के कर्मचारी जगदीश राम से डीमेट अकाउंट खुलवाने के नाम पर कंपनी के खाते में सात लाख रुपये हड़प लिए थे। पिछले दिनों साइबर क्राइम ब्रांच द्वारा आरोपितों की गिरफ्तारी की जानकारी मिली तो उन्होंने अंब थाने में एफआइआर दर्ज कराई। इसके बाद हिमाचल पुलिस आरोपितों की ट्रांजिट रिमांड लेने पहुंची है।

अंब थाना ऊना के एसआइ एसबी राणा ने कहा, ‘कोर्ट में आरोपितों की ट्रांजिट रिमांड के लिए आवेदन किया है। एक दस्तावेज पेश करना बाकी है। संभवत: मंगलवार को यह दस्तावेज पेश करने के बाद आरोपितों की रिमांड मिल जाएगी।’

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खबर सत्ता डेस्क, कार्यालय संवाददाता

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