भोपाल । मध्यप्रदेश के कई शहरों में 72 घंटे से लगातार हो रही बारिश से अब हालात बिगड़ने लगे हैं। नदी-नाले उफान पर हैं, जिससे जनजीवन पूरी तरह से बाधित हो गया है।
इधर, मौसम विभाग ने आज सोमवार को प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के साथ बाढ़ के खतरे की चेतावनी दी है। बारिश के चलते राजघाट बांध, भदभदा डैम, कलियासोत डैम, ओंकारेश्वर डैम और तवा डैम के साथ ही प्रदेश में कई जगह बांधों के गेट खोलने पड़े हैं। विभाग के अनुसार प्रदेश की तवा, नर्मदा, शिप्रा, बेतवा और पार्वती नदियों के किनारे वाले क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा है।
पार्वती उफनाने से श्योपुर-कोटा हाईवे 30 घंटे बंद रहा। श्योपुर में अमराल नदी पर बने सोंई भीखापुर का रपटा डूब गया। राजधानी भोपाल में एयरपोर्ट, लालघाटी, ऐशबाग और नारियलखेड़ा समेत कई इलाकों में सड़कों पर 3-3 फीट तक पानी भर गया। कोलांस नदी का पानी भदभदा के आगे सीहोर रोड पर आ गया। भोपाल-सीहोर मार्ग पानी उतरने तक बंद रहा।
छलक पड़े डैम
शिवपुरी के मोहिनी सागर और मड़ीखेड़ा बांध के गेट खोलने से सिंध नदी में भी पानी बढ़ गया है। क्वारी नदी का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है। सीहोर के नसरुल्लांगज और रेहटी में भारी बारिश से निचले इलाकों में पानी भर गया। शिवपुरी में बेतवा में नदी उफना गई।
नर्मदा के ऊपरी क्षेत्रों में लगातार तेज बारिश और नर्मदापुरम के तवा बांध के सभी गेट खुलने का सीधा असर इंदिरा सागर बांध और ओंकारेश्वर बांध पर पड़ा है। रविवार को इंदिरा सागर बांध के 12 गेट ढाई मीटर तक खोले गए, तो देर रात ओंकारेश्वर बांध के भी 20 गेट खोल दिए गए।
यहां हो सकती है भारी से अति भारी बारिश
मौसम विभाग ने 24 घंटों के लिए बाढ़ का अलर्ट जारी किया है। अगले 24 घंटे तक पश्चिम मध्यप्रदेश में बाढ़ का जोखिम बन गया है। विभाग ने गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, विदिशा, राजगढ़, नीमच, टीकमगढ़, सतना, रीवा, पन्ना, सीधी, बैतूल, छिंदवाड़ा, भोपाल, सिवनी, मंदसौर, नर्मदापुरम, सागर, सीहोर और हरदा में सोमवार दोपहर या दोपहर बाद तक भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।