भोपाल। मध्यप्रदेश के जवान गिरजेश कुमार उद्दे भारत-बांग्लादेश सीमा पर उग्रवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए। वह मंडला जिले के रहने वाले थे और सीमा सुरक्षा बल के जवान के रूप में उत्तर त्रिपुरा के कंचनपुर में तैनात थे।
आज (रविवार को) उनका पार्थिव शरीर मंडला पहुंचेगा। जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी बीएसएफ जवान गिरजेश कुमार की शहादत पर दुख जताया है।
सीएम शविराज सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा, त्रिपुरा में शुक्रवार को उग्रवादियों से हुई मुठभेड़ में हमारे मंडला जिले के लाल, बीएसएफ जवान श्री गिरजेश कुमार उद्दे जी अपना कर्तव्य निभाते हुए शहीद हो गए. ईश्वर से यही प्रार्थना कि उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान और परिजनों को यह वज्रपात सहने की शक्ति दें।
एक अन्य ट्वीट कर उन्होंने कहा कि वीर हुतात्मा श्री गिरजेश कुमार उद्दे जी के शौर्य, साहस और वीरता को प्रणाम करता हूं। वह केवल एक परिवार के बेटे नहीं हैं, संपूर्ण प्रदेश व देश के बेटे हैं। उनके परिवार के साथ पूरा प्रदेश और देश खड़ा है। आपके बलिदान को कभी भुलाया न जा सकेगा।
बता दें कि शहीद गिरजेश कुमार उद्दे (53) बीएसएफ की 145वीं बटालियन में हेड कॉन्स्टेबल थे। शुक्रवार को बीएसएफ की टीम कंचनपुर अनुमंडल की सीमा-2 चौकी इलाके में अभियान पर थी। टीम में गिरजेश भी शामिल थे। हथियारों से लैस उग्रवादियों ने बांग्लादेश के रंगमती पर्वतीय जिले के जुपुई इलाके से अचानक हमला कर दिया।
जवानों ने भी जवाबी फायरिंग की। काफी देर तक चली मुठभेड़ में जवान गिरजेश को चार गोलियां लगीं। उन्हें सेना के अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। शहीद हुए बीएसएफ हवलदार गिरिजेश कुमार की मौत की खबर के बाद जिले के ग्राम चरगांव माल में गमगीन माहौल है।
सीएम शिवराज ने ने शहीद श्री गिरिजेश कुमार को दी श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मंडला जिले के शहीद सैनिक श्री गिरिजेश कुमार उद्दे ने मध्यप्रदेश का मस्तक ऊँचा किया है। उनके बलिदान पर हमें गर्व है। स्व. गिरिजेश कुमार की स्मृति में एक शासकीय संस्थान का नामकरण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि माँ भारती की सीमाओं की सुरक्षा करते हुए मंडला जिले के गाँव चारगांव माल निवासी बीएसएफ के जवान श्री गिरिजेश कुमार उद्दे त्रिपुरा में भारत-बांग्लादेश की सीमा पार कर आए आतंकवादियों से लड़ते हुए देश के लिए शहीद हो गए। मैं उनके चरणों में प्रणाम करता हूँ।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शहीद श्री गिरिजेश कुमार के परिवार में उनकी धर्मपत्नी, बेटी चंद्रिका, दो बेटे विपिन और तनु हैं। बच्चे अध्ययनरत हैं। मुख्यमंत्री के नाते मैं, राज्य सरकार और पूरा प्रदेश, शहीद परिवार के साथ है।
परिवार को कोई परेशानी न हो, इसकी चिंता हम करेंगे। शहीद का परिवार अपने आपको अकेला न समझे। शहीद के परिवार को एक करोड़ रूपए की सम्मान-निधि प्रदान की जाएगी।
शहीद स्व. गिरिजेश कुमार की प्रतिमा उनके परिजन से विचार कर उचित स्थान पर स्थापित की जाएगी। एक सरकारी संस्थान का नामकरण भी शहीद स्व. गिरिजेश कुमार उद्दे के नाम पर किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमें गर्व है कि मंडला जिले में ऐसे वीर सपूत ने जन्म लिया, जिसने मध्यप्रदेश का मस्तक गर्व से ऊँचा कर दिया। ऐसे शहीद के चरणों में श्रद्धा-सुमन अर्पित है।
सीएम शिवराज ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा
- शहीद श्री गिरिजेश कुमार की प्रतिमा स्थापित की जाएगी
- एक शासकीय संस्थान का नामकरण भी शहीद के नाम पर होगा
- परिवार को एक करोड़ रूपये की सम्मान-निधि