सिवनी : जिले के प्रसिद्ध पेंच टाईगर रिजर्व के काॅलर्ड बाघ टी 1324 को शनिवार दोपहर को उपचार के लिए कान्हा टाइगर रिजर्व के मुक्की ले जाया गया है। इस बात की पुष्टि मुख्य वन संरक्षक एवं क्षेत्र संचालक, पेंच टाईगर रिजर्व, सिवनी विक्रम सिंह परिहार ने शनिवार देर शाम की है।
उन्होनें बताया कि प्रबंधन द्वारा पेंच टाइगर रिजर्व, सिवनी (म.प्र) के पार्क क्षेत्र में शुक्रवार 26 जून को काॅलर्ड बाघ टी 1324 के निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि उसके गर्दन के पृष्ठ भाग में एक बड़ा घाव है एवं शरीर के अन्य हिस्सों में भी घाव है रात्रि में ही समस्त तैयारी कर बाघ की निगरानी की गयी।
शनिवार को बाघ टी 1324 को बेहोश कर उसका इलाज किया गया एवं यह पाया गया कि उसे आगे भी उपचार की आवश्यकता है। बाघ टी 1324 को ये घाव किसी अन्य बाघ से लड़ाई के कारण हुए हैं। काॅलर को निकाल दिया गया है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) मध्यप्रदेश एवं अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक, (वन्यप्राणी) मध्यप्रदेश को समय-समय पर वस्तुस्थिति से अवगत कराया गया एवं उनसे चर्चा कर यह निर्णय लिया गया कि इसे आगे के उपचार हेतु कान्हा टाइगर रिजर्व के मुक्की स्थित उपचार सेन्टर पर भेजकर उपचार किया जाये।
आगे बताया कि शनिवार दोपहर को टी 1324 बाघ को मुक्की के लिए वन्यप्राणी चिकित्सक तथा परिक्षेत्र अधिकारी कर्माझिरी की निगरानी में रवाना कर दिया गया है। बताया गया कि बाघ को निश्चेत कर उसका उपचार पेंच टाइगर रिजर्व के वन्यप्राणी चिकित्सक डाॅ. अखिलेश मिश्रा तथा वाईल्डलाईफ कंजरवेशन ट्रस्ट के डाॅ. प्रशांत देशमुख के द्वारा क्षेत्र संचालक, पेंच टाइगर रिजर्व, सिवनी विक्रम सिंह परिहार की उपस्थिति में किया गया।