एक पिता और एक बेटे का रिश्ता बहुत ही अनमोल होता है। कहते हैं बेटा अपने माता-पिता के बुढ़ापे का सहारा होता है, लेकिन कभी-कभी उनकी हरकत उनके माता-पिता को परेशान कर देती हैं।
जिससे उन्हें ऐसा कदम उठाना पड़ता है कि आप सोच भी नहीं सकते है। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में एक पिता अपने बेटे की हरकत से इतना परेशान हो गए कि उन्होंने उसे जेल भिजवाने का फैसला कर लिया है। जब पीड़ित पिता एसडीएम के पास पहुंचा और अपनी परेशानी में कहा कि इसे जेल भिजवा दीजिए।
एसडीएम के समक्ष पिता बोला-बेटे को भेज दो जेल
दरअसल मामला कलेक्टोरेट में जनसुनवाई का है, जब महू तहसील में रहने वाला सोहनलाल अपने बेटे की हरकतों से परेशान होकर एसडीएम के पास पहुंच गया। देवेंद्र ने बताया कि वहां एमवाई अस्पताल का रिटायर कर्मचारी है और उसका बेटा उन्हें कहता है कि उनका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है और एक कमरे में बंद कर देता है।
वहीं 15 दिन में एक बार सेविंग बनाकर वापस कमरे में बंद कर देता है। इसके साथ ही उसने हर महीने आने वाली पेंशन भी निकाल ली है।
पीड़ित ने कहा कि बेटे ने अभी तक 1 लाख निकाल लिए हैं। वहीं पीड़ित की शिकायत सुनने के बाद एसडीएम पवन जैन ने कहा कि बेटे को जेल में डाल दें तो पिता ने तुरंत ही हां करते हुए कहा कि आपकी बहुत मेहरबानी होगी।
धुएं से हो रही काफी परेशानी
इसी तरह एक मामला और पहुंचा, जहां नवरतन बाग में रहने वाले रचित घाटे ने सिगरेट के धुएं से परेशान होकर शिकायत दर्ज करवाई। उनका कहना है कि उनके घर के पास साल 2019 से एक पान की दुकान चल रही। सुबह 10:00 बजे से रात की 12:00 बजे तक यहां पर लोग सिगरेट पीते हुए नजर आते हैं और इनके धुएं से काफी परेशानी भी हो रही है।
दुकान के पास ही स्कूल कॉलेज भी है ऐसे में यहां पर आने वाले बच्चों के साथ ही महिलाओं को भी असुरक्षित महसूस करना पड़ता है। ऐसे में अब इस दुकान को या तो यहां से हटाया जाए या फिर बंद करवाया जाए।
वहीं जनसुनवाई में सुदामा नगर में रहने वाले शकुंतला सिंह भी पहुंचे हैं। जिन्होंने अपनी शिकायत दर्ज करते हुए कहा कि उन्होंने हरि नारायण अहिरवार को 7 साल पहले एक मकान किराए पर दिया था।
4 साल से मकान खाली करवाने के लिए कह रहा हूं, लेकिन अभी तक वहां मकान खाली नहीं किया है। वहीं कोविड के समय मेरे पति कभी निधन हो गया है। हालांकि अधिकारियों ने किराएदार को बुलाकर मकान 6 दिन में खाली करवाने की बात कही है।