Har Ghar Tiranga Abhiyan: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (CM MOHAN YADAV) ने कहा है कि तिरंगा हमारा गर्व, गौरव और सम्मान है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने हर घर तिरंगा अभियान (Har Ghar Tiranga Abhiyan) के माध्यम से राष्ट्र प्रेम की नवज्योति जागृत करने एवं आजादी के नायकों को याद करने का आव्हान किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव (MP CM Mohan Yadav) ने सभी नागरिकों से अपील की है कि 9 से 15 अगस्त 2024 तक अपने घरों पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लहराकर harghartiranga.com पर अपनी सेल्फी अपलोड करें और इस अभियान को सफल बनाएँ।
राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा का महत्व
तिरंगा, हमारा राष्ट्रीय ध्वज, न केवल हमारे देश की पहचान है, बल्कि हमारे गर्व, गौरव और सम्मान का प्रतीक भी है। इसके तीन रंग – केसरिया, सफेद और हरा – हमारे देश की विविधता और एकता का प्रतीक हैं। केसरिया रंग त्याग और बलिदान का, सफेद रंग शांति और सच्चाई का, और हरा रंग विश्वास और उर्वरता का प्रतीक है।
Har Ghar Tiranga Abhiyan का उद्देश्य
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा शुरू किया गया हर घर तिरंगा अभियान का उद्देश्य हर नागरिक के दिल में राष्ट्र प्रेम और गर्व की भावना को जागृत करना है। इस अभियान के माध्यम से हम अपने स्वतंत्रता संग्राम के नायकों को याद कर सकते हैं और उनकी कुर्बानियों को श्रद्धांजलि अर्पित कर सकते हैं।
कैसे करें अभियान में सहभागिता
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि इस अभियान में सहभागिता करना बहुत ही सरल है। बस अपने घरों पर 9 से 15 अगस्त तक तिरंगा फहराएं और harghartiranga.com पर अपनी सेल्फी अपलोड करें। इस प्रकार, हम न केवल अपने राष्ट्र के प्रति सम्मान व्यक्त करेंगे, बल्कि इसे वैश्विक मंच पर भी पहचान दिलाएंगे।
राष्ट्र प्रेम की भावना जागृत करें
हर घर तिरंगा अभियान से राष्ट्र प्रेम की भावना जागृत होती है। जब हम अपने घरों पर तिरंगा फहराते हैं, तो यह हमारे लिए गर्व और सम्मान का क्षण होता है। यह हमें हमारे देश के प्रति हमारे कर्तव्यों और जिम्मेदारियों की याद दिलाता है।
आज़ादी के नायकों को श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इस अभियान का एक अन्य महत्वपूर्ण उद्देश्य हमारे आज़ादी के नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित करना है। उनके बलिदानों की बदौलत ही हम आज एक स्वतंत्र देश में सांस ले रहे हैं। तिरंगा फहराकर हम उन्हें सम्मान देते हैं और उनके योगदान को याद करते हैं।
अभियान को सफल बनाने का आह्वान
डॉ. यादव ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे इस अभियान को सफल बनाने में अपना योगदान दें। हर घर पर तिरंगा फहराकर हम एकजुटता का संदेश देंगे और हमारे देश की विविधता में एकता की भावना को मजबूती देंगे।
तिरंगा फहराने के नियम और दिशानिर्देश
राष्ट्रीय ध्वज फहराने के कुछ नियम और दिशानिर्देश होते हैं जिनका पालन करना अनिवार्य है। तिरंगा को हमेशा सम्मान के साथ फहराया जाना चाहिए। उसे जमीन पर नहीं गिराना चाहिए और न ही उसे किसी प्रकार का नुकसान पहुंचाना चाहिए।
अभियान की सफलता और हमारी जिम्मेदारी
हर घर तिरंगा अभियान की सफलता हमारे ऊपर निर्भर करती है। हमें अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को समझते हुए इस अभियान में भाग लेना चाहिए। यह हमारा नैतिक कर्तव्य है कि हम अपने राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करें और इसे फहराकर अपने देश के प्रति अपनी श्रद्धा और प्रेम को प्रदर्शित करें।
सामाजिक मीडिया पर प्रचार
इस अभियान को सफल बनाने के लिए हमें सामाजिक मीडिया का भी सही उपयोग करना चाहिए। अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों को भी इस अभियान में शामिल होने के लिए प्रेरित करें। सोशल मीडिया पर अपने तिरंगा सेल्फी को शेयर करें और इस अभियान के संदेश को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं।
राष्ट्रीय एकता का प्रतीक
तिरंगा हमारे देश की राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है। यह हमें हमारी विविधता में एकता की भावना का संदेश देता है। जब हम तिरंगा फहराते हैं, तो हम अपने देश के प्रति अपनी एकजुटता और एकता का प्रदर्शन करते हैं।
तिरंगा भारतीय राष्ट्रीय ध्वज है जो हमारे देश की आजादी और गौरव का प्रतीक है। यह तीन रंगों – केसरिया, सफेद और हरा – और बीच में अशोक चक्र के साथ आता है। तिरंगा न केवल हमारे स्वतंत्रता संग्राम की याद दिलाता है, बल्कि हमारे देश के विविधता में एकता का प्रतीक भी है।
तिरंगे की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
तिरंगे की यात्रा 1921 में शुरू हुई जब पिंगली वेंकैया ने इसे महात्मा गांधी के समक्ष प्रस्तुत किया। बाद में इसमें संशोधन किए गए और 22 जुलाई 1947 को इसे भारतीय संविधान सभा द्वारा राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाया गया।
तिरंगे की विशेषताएँ
तिरंगे के रंगों का महत्व
तिरंगे में केसरिया रंग साहस और बलिदान का प्रतीक है, सफेद रंग शांति और सच्चाई का और हरा रंग विश्वास और उर्वरता का प्रतीक है। इन रंगों के माध्यम से तिरंगा हमारे देश के मूल्यों और सिद्धांतों का प्रतिनिधित्व करता है।
तिरंगे में अशोक चक्र का प्रतीक
तिरंगे के बीच में स्थित अशोक चक्र, धर्म और सत्य के प्रतीक के रूप में स्थापित है। इसमें 24 तीलियां होती हैं, जो 24 घंटे और प्रगति का प्रतीक मानी जाती हैं।
अभियान की शुरूआत
अभियान की घोषणा और उद्देश्य
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इस अभियान की घोषणा की थी। इसका उद्देश्य नागरिकों में देशभक्ति की भावना जागृत करना और आजादी के नायकों को याद करना है।