भोपाल: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि हमारे किसानों (MP KISAN) को खाद से वंचित करने वालों को बिलकुल भी नहीं बख्शा जाएगा. जब प्रदेश के किसानों को खाद की सबसे अधिक आवश्यकता है, उसी समय खाद के लिए अफरा-तफरी मची है, यह अपराध है. यदि किसानो को समय पर खाद नहीं मिलती है तो दोषियों के विरुद्ध ऐसी सख्त कार्यवाही की जाए, जो उदाहरण बने, तत्काल एफआईआर कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) शुक्रवार को जबलपुर संभाग के जिलों को आवंटित यूरिया के संबंध में बुलाई गई आपात बैठक को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) निवास कार्यालय से हुई बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त शैलेंद्र सिंह, अपर मुख्य सचिव कृषि अजीत केसरी, जबलपुर संभागायुक्त बी. चन्द्रशेखर सहित जबलपुर के पुलिस, प्रशासन और मार्कफेड के अधिकारी वर्चुअली शामिल हुए।
खाद की आपूर्ति पर रखे कड़ी नजर
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने प्रभावित जिलों में यूरिया आपूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रदेश में कहीं भी किसानों को खाद की दिक्कत नहीं होना चाहिए।
केंद्र सरकार से समन्वय कर राज्य के लिए पर्याप्त आवंटन सुनिश्चित किया गया है। किसान तक खाद की आपूर्ति पर कड़ी नजर रखी जाए। जरूरत के समय किसानों को खाद की कमी नहीं होना चाहिए।
इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) को जबलपुर संभागायुक्त ने जानकारी दी कि यूरिया खाद की आपूर्ति कृभको फर्टीलाइजर लिमिटेड को करनी जानी थी। जबलपुर में 25 अगस्त को 2600 मीट्रिक टन के रैक लगे थे। कृभको निजी परिवहनकर्ता के माध्यम से विभिन्न जिलों में यूरिया की आपूर्ति करता है।
परिवहनकर्ता द्वारा 28 से 31 अगस्त के बीच परिवहन किया गया। कृभको को बता दिया गया था कि किस जिले के किस डबल लॉक में कितनी खाद जाना है। लेकिन बताए गए डबल लॉक के बजाए यूरिया निजी स्थानों पर सप्लाई किया गया।
परिणामस्वरूप जबलपुर, मंडला, डिण्डौरी, सिवनी और दमोह में यूरिया की आपूर्ति प्रभावित हुई। कुल 2600 मीट्रिक टन यूरिया में से 70 प्रतिशत यूरिया शासकीय एजेंसियों को और 30 प्रतिशत यूरिया निजी क्षेत्र को दिया जाना था। शासकीय एजेंसियों को होने वाली आपूर्ति निर्देशानुसार नहीं की गई।