अशोकनगर । मानव सेवा के लिए कार्य करने वाली रेडक्रॉस संस्था यहां मानव सेवा कम बल्कि राजनीति के अखाड़े को लेकर चर्चाओं में है। संस्था के सदस्यों के बीच चल रहे आरोप-प्रत्यारोपों के बीच रेडक्रॉस के चुनाव कोरोना संक्रमण को लेकर स्थगित कर दिए गए हैं।
मानव सेवा कार्य के लिए बनी रेडक्रॉस के प्रत्येक दो वर्षों में चुनाव होते हैं, जिसमें चैयरमैन पद का चुनाव मुख्य होता है।
दरअसल यहां बीते 10 जनवरी को रेडक्रॉस के चुनाव होना थे, जिसको लेकर सभी सदस्यों की सूची आदि की तैयारियां भी हो गईं थी। पर अपरिहार्य कारणों से चुनाव न होकर आगामी 14 जनवरी तय हुई।
इन चुनावों को लेकर चैयरमेन पद हेतु दो पैनल तैयार हुए। वहीं एक पैनल संस्था के वर्तमान चैयरमेन दीपक मिश्रा का तथा दूसरा पैनल संस्था के सदस्य नारायण प्रसार शर्मा का बना।
संस्था के सदस्य नारायण प्रसाद शर्मा ने गुरुवार को एक प्रेसवार्ता कर संस्था के सदस्यों की धांधली को लेकर तमाम तरह के आरोप लगाते हुए कहा कि रेडक्रॉस संस्था मानव सेवा रूपी कार्य के लिए है, जिसके चुनाव भी लोकतांत्रिक प्रक्रिया से सम्पन्न होना चाहिए न कि राजनीति के अखाड़े के रूप में।
उनका आरोप है कि 10 जनवरी को जब चुनाव होना तय हुआ था, उस वक्त संस्था के सदस्य संख्या 448 थी, किन्तु निर्वाचन नहीं हो सका था।
उन्होंने बताया कि जबकि आगामी 14 जनवरी को जब निर्वाचन तय हुआ तो सदस्य संख्या 448 की जगह 497 हो गई, जिसमें अचानक 50 नाम और धांधली कर जोड़ दिए गए।
उनका आरोप है कि धांधली कर जोड़े गए नाम निर्वाचन प्रक्रिया के विरुद्ध हैं। इस संबंध में संस्था के सदस्य नारायण प्रसाद शर्मा का कहना है कि उनके द्वारा कलेक्टर एवं एसडीएम को आपत्ति दर्ज कराई गई है।
वहीं इस तरह की शिकवा-शिकायतों के बीच रेडक्रॉस के चुनाव स्थगित कर दिए गए हैं। हालांकि रेडक्रॉस के सचिव ने गुरुवार को कोरोना संक्रमण का हवाला देकर चुनाव स्थगित करने की बात कही है। पर देखा जाए तो मानव सेवा के रूप में कार्य करने वाली संस्था यहां राजनीति के अखाड़े की शिकार दिखाई दे रही है।