रांची । राजधानी रांची का कोरोना संक्रमित हॉटस्पॉट क्षेत्र हिंदपीढ़ी में शनिवार की रात जमकर बवाल हुआ। एक छोटी सी घटना के बाद भीड़ अनियंत्रित हो गई और क्षेत्र में तैनात सुरक्षा बलों को निशाना कर पत्थर चलाने लगी। मामला पूर्व पार्षद मोहम्मद असलम व सीआरपीएफ के जवानों के बीच हल्के विवाद के बाद बिगड़ा था। अनियंत्रित भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस और जवानों को यहां हल्का बल प्रयोग करना पड़ा
नियंत्रण के लिए भीड़ पर पर आंसू गैस के गोले और रबर बुलेट भी चलाए गए। थोड़ी देर के लिए हिंदपीढ़ी का थर्ड स्ट्रीट, माली टोला, ग्वाला टोली आदि इलाका रणक्षेत्र बना हुआ था। कुछ लोग पारंपरिक हथियार के साथ भी घरों से बाहर निकले हुए थे। इस पूरी घटना में दोनों तरफ से करीब दर्जनभर लोगों को हल्की चोटें आई हैं। करीब तीन घंटे के बवाल के बाद रात करीब साढ़े नौ बजे हिंदपीढ़ी में स्थिति नियंत्रित हुई।
इस पूरे घटनाक्रम की जांच शुरू हो गई है। जहां-तहां लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाला जा रहा है, ताकि दोषियों के विरुद्ध विधि-सम्मत कार्रवाई हो सके। घटना की गंभीरता को देखते हुए आइजी नवीन कुमार सिंह, डीआइजी अखिलेश झा, डीसी राय महिमापत रे व एसएसपी अनीश गुप्ता देर रात तक घटनास्थल पर कैंप करते दिखे। आइजी ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है, किसी को कोई चोट नहीं है। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी। फिलहाल, मुहल्ले में अतिरिक्त बल तैनात कर दिया गया है।
ऐसे हुआ पूरा बवाल
पूर्व पार्षद असलम ने बताया कि शाम करीब छह बजे वे अपने भाई के साथ बाहर निकले थे। इसी बीच हिंदपीढ़ी में बैरियर के पास तैनात सीआरपीएफ के जवानों से उनका विवाद हो गया। उनका आरोप है कि सीआरपीएफ के जवान इफ्तार के लिए निकलने वाले लोगों को गालियां भी देते हैैं। जब विवाद हुआ तो जवानों ने उन्हेंं गाली दे दी। अभी कहा-सुनी हो ही रही थी कि वहां तैनात सीआरपीएफ के जवानों ने उनपर लाठियां बरसानी शुरू कर दी। इसमें उनके हाथ आदि में चोट आई हैं।
इस घटना की खबर जब मुहल्ले में पहुंची तो लोगों ने जमा होकर इसका विरोध किया। इसके बाद मौके पर रांची पुलिस-प्रशासन के अधिकारी पहुंचे तो स्थिति नियंत्रित हुई। मोहम्मद असलम ने रांची प्रशासन का धन्यवाद दिया और अपने समर्थकों से सोशल मीडिया पर अफवाह नहीं फैलाने की अपील की। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि बाहरी बल को हिंदपीढ़ी से हटाया जाय। हिंदपीढ़ी के लोग अमन पसंद हैं और बिना बल के भी वे शांति-व्यवस्था कायम कर लेंगे।
इधर, रांची पुलिस-प्रशासन का कहना है कि पूर्व पार्षद व सीआरपीएफ के बीच हल्का विवाद हुआ था। लॉकडाउन का उल्लंघन न हो, इसके लिए सख्ती बरती गई तो विवाद बढ़ा। इसके बाद पुलिस पर कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। बचाव में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले व रबर बुलेट छोडऩे पड़े।
हिंदपीढ़ी हिंसा अपडेट
- पूर्व पार्षद की पिटाई पर हिंदपीढ़ी में बवाल, पुलिस पर पथराव
- भीड़ के निंयत्रित करने के लिए पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले, रबर बुलेट भी चला
- आइजी, डीआइजी, डीसी, एसएसपी भी पहुंचे, तीन घंटे के बाद बाद देर रात स्थिति नियंत्रण में
- सीसीटीवी फुटेज से पूरे घटनाक्रम की जांच के बाद दोषियों पर दर्ज होगी प्राथमिकी
- विधि-व्यवस्था ड्यूटी में उतारे गए अतिरिक्त जवान, लोगों से शांति बनाए रखने की अपील
रांची में हिंसा भड़क गई है। कोरोनावायरस के संक्रमण के हॉटस्पॉट बने मुस्लिम बहुल हिंदपीढ़ी इलाके में शनिवार की देर शाम सीआरपीएफ और स्थानीय नागरिकों के बीच विवाद हो गया। इसके बाद लोगों ने कंटेनमेंट जोन में सुरक्षा के लिए तैनात सीआरपीएफ जवानों पर पथराव शुरू कर दिया। यहां सीआरपीएफ के साथ पूर्व पार्षद मोहम्मद असलम की बहस हो गई। आरोप है कि सीआरपीएफ जवानों ने इसके बाद पूर्व पार्षद की पिटाई कर दी। इसके बाद हंगामा बढ़ गया। मौके पर बड़ी संख्या में भीड़ एकत्र हो गई। इसके बाद सीआरपीएफ जवानों पर पथराव शुरू हो गया। दैनिक जागरण के संवाददाता के मुताबिक गुरु नानक स्कूल में प्रशासन के आला अधिकारियों और समाज के लोगों के बीच अभी बैठक चल रही है। हालात संभालने की काेशिश जारी है
हिंदपीढ़ी पहुंचने वाले अलग-अलग मार्गों को प्रशासन ने किया सील
हिंदपीढ़ी पहुंचने वाले अलग-अलग रास्तों को पुलिस प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से सील कर दिया है। आवागमन रोकने के लिए इन क्षेत्रों में जगह-जगह सुरक्षा बलों के जवानों की तैनाती कर दी गई है। आईजी नवीन कुमार सिंह, डीसी राय महिमापत रे, एसएसपी अनीश गुप्ता मौके पर मौजूद हैं।सुजाता चौक, अल्बर्ट एक्का चौक, मारवाड़ी कॉलेज के समीप मंगल चौक, किशोरगंज चौक पेट्रोल से लाला लाजपत राय होते हुए हिंदपीढ़ी की ओर जाने वाली सभी सड़कों को ब्लॉक कर दिया गया है
रांची में कोरोनावायरस के हॉटस्पॉट हिंदपीढ़ी में बवाल, सीआरपीएफ जवान और पूर्व पार्षद के बीच विवाद के बाद हालात अनियंत्रित, आंसू गैस के गोले छोड़े, रबर की गोलियां चलीं। आईजी नवीन कुमार सिंह, डीसी , एसएसपी भी घटनास्थल पर मौजूद हैं। एकरा मस्जिद के पास अधिकारी जुटे हैं। हालात संभालने की कोशिश की जा रही है।
सूचना मिलने के बाद पुलिस के वरीय अधिकारी मौके पर पहुंच गए। हालात को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन की तरफ से आंसू गैस छोड़े गए। रबर की गोलियां चलाई जा रही हैं। स्थिति फिलहाल अनियंत्रित है। भारी संख्या में पुलिस बल पहुंच गया है। नागरिकों की ओर से सीआरपीएफ और पुलिस बलों पर लगातार पथराव किया जा रहा है।
पत्थरबाजी के बाद पुलिस को करना पड़ा बल प्रयोग
घटनास्थल पर मौजूद कुछ प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो विवाद की सूचना मिलने के बाद अचानक चारों तरफ से भीड़ एकत्र हो गई। भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। इसके बाद हालात को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षाबलों को बल प्रयोग करना पड़ा। भीड़ की तरफ से अचानक की गई पत्थरबाजी के लिए सुरक्षा बल तैयार नहीं थे। सुरक्षा में तैनात कुछ जवानों को हल्की चोटें भी आई हैं। हालांकि आधिकारिक रूप से आला अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं
इलाके का चर्चित चेहरा रहा है पूर्व पार्षद
स्थानीय लोगों ने बताया कि पूर्व पार्षद मोहम्मद असलम इलाके का चर्चित चेहरा रहा है। स्थानीय लोगों के बीच उसकी मजबूत पकड़ है। लिहाजा जैसे ही सुरक्षा बल और पूर्व पार्षद के बीच विवाद की खबर फैली। अलग-अलग गलियों से मौके पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। पुलिस की दर्जनों पीसीआर वैन मौके पर भेजी गई। पूरे घटनाक्रम के कई हिस्से कुछ सीसीटीवी कैमरों में भी कैद हुए हैं
करीब 2 घंटे तक बवाल के बाद रात 9:45 बजे लौटी शांति
हिंदपीढ़ी इलाके में करीब 2 घंटे तक चले विवाद के बाद रात 9:45 बजे स्थिति नियंत्रण में आई। सुरक्षा बल के जवान और पुलिस के आला अधिकारी मौका ए वारदात पर पहुंचकर लोगों को अपने अपने घरों में भेज रहे हैं।
पूर्व पार्षद ने की शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील, कहा, अफवाह न फैलाएं, हालात नियंत्रण में
विवाद के बीच अभी अभी पूर्व पार्षद फेसबुक लाइव हुए। उन्होंने विवाद की वजह के बारे में बताया। कहा कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। कोई भी व्यक्ति इस घटना के संबंध में किसी तरह की अफवाह ना फैलाएं। उन्होंने कहा कि वह प्रशासन का सहयोग करेंगे। मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने विवाद की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है
अपने फेसबुक लाइव में पूर्व पार्षद में बताया कि उन्हें हाथ में चोट लगी है। उनके भाई को भी चोट लगी है। हालांकि को पूरी तरह से ठीक हैं। उन्होंने अपने समर्थन के लिए उमड़ी भीड़ के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। नियमों के अनुपालन का आग्रह किया। कहा कि पैरामिलिट्री फोर्स के लोग बाहर से आए थे। इस कारण कोई स्थिति को नहीं समझ पाया। आला अधिकारियों से उनकी बातचीत हुई है। सबने सहयोग का आश्वासन दिया है।