पाकिस्तान के कब्जे वाले गिलगित-बाल्टिस्तान में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। इसको लेकर गिलगित के एक कार्यकर्ता ने पाकिस्तान की इमरान सरकार पर हमला किया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की है। कार्यकर्ता के अनुसार, गिलगित-बाल्टिस्तान में मरीज बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है कि पाकिस्तान ने ईरान से लौटे कोरोना वायरस संक्रमित तीर्थयात्रियों को क्षेत्र में भेज दिया है। गिलगित-बाल्टिस्तान में 215 पॉजिटिव मामले दर्ज किए गए हैं और यदि परीक्षण प्रक्रिया में सुधार होता है तो कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बढ़ सकती है। यहां लगभग सभी कोविड-19 मामले ईरान से लौटे लोगों से जुड़े हुए हैं।
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इमरान सरकार ने ईरान से लौटे तीर्थयात्रियों को क्षेत्र में भेजा
गिलगित-बाल्टिस्तान के एक वाशिंगटन स्थित राजनीतिक कार्यकर्ता सेंज एच सेरिंग ने बताया, संदिग्ध रोगियों से निपटने के लिए गिलगित-बाल्टिस्तान के पास उपकरणों और आपूर्ति की कमी के बावजूद पाकिस्तान सरकार ने जानबूझकर ईरान से लौटे तीर्थयात्रियों को बिना जांचे-परखे यहां पर स्थानांतरित कर दिया है।
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उन्होंने आगे कहा कि इसकी वजह से गिलगित-बाल्टिस्तान अधिकारियों पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है। गिलगित-बाल्टिस्तान में बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी है और वो कोरोना महामारी से निपटने का बोझ संभालने में असमर्थ है।
इलाज में लगे डॉक्टर की मौत
23 मार्च को एक युवा चिकित्सक ओसामा रियाज की कोरोना वायरस की वजह मृत्यु हो गई थी। वो टफ्टन के माध्यम से ईरान से गिलगित-बाल्टिस्तान लौट रहे कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों की देखभाल में लगे हुए थे। वो उचित सुरक्षा उपकरणों के बिना ही अन्य संक्रमित रोगियों का इलाज भी कर रहे थे।
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पीएम मोदी से सीखे इमरान सरकार: कार्यकर्ता
पाकिस्तान ने फरवरी के अंत में ईरान के साथ अपनी 960 किलोमीटर की सीमा को बंद करने का एलान किया था। लेकिन, उसके बाद भी पाकिस्तानी नागरिक तीर्थयात्रा के लिए बड़ी संख्या में ईरान की यात्रा करने से नहीं रुके। सेंज ने यह भी कहा कि देशव्यापी लॉकडाउन लागू करने में पाकिस्तान की विफलता के परिणामस्वरूप कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि होगी। उन्होंने देशव्यापी बंदी लागू करने पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की।
उन्होंने कहा सबसे कुशल भारतीय राजनेताओं में से एक के रूप में पीएम मोदी को देश के लोगों से बहुत सम्मान मिलता है। इससे उन्हें चीनी वायरस को नियंत्रित करने के लिए निर्णायक कार्रवाई करने में मदद मिलेगी। लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्हें सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों का सहयोग प्राप्त है।
पाकिस्तान में 4788 हुई संक्रमित मरीजों की संख्या
उन्होंने कहा, पाकिस्तान को पीएम मोदी से सीखना चाहिए और कोरोना की तबाही को कम करने के लिए लॉकडाउन करना चाहिए। प्रधानमंत्री इमरान खान की विफल नीतियां गिलगित-बाल्टिस्तान को चीनी वायरस के उपरिकेंद्र में बदल रही हैं। पाकिस्तान में कोरोना के मामले बढ़कर 4,788 हो गए हैं जबकि 71 लोगों की मौत हो चुकी है।