नई दिल्ली: सीआईएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को बताया कि दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 24 वर्षीय एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है जो कथित तौर पर खुद को 60 वर्षीय व्यक्ति बताकर कनाडा जा रहा था। इस घटना ने सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता और तत्परता को एक बार फिर से प्रमाणित किया है।
संदिग्ध गतिविधियों की पहचान
सीआईएसएफ कर्मियों ने पहले उस व्यक्ति की जांच की क्योंकि उसकी गतिविधियां संदिग्ध पाई गईं। यात्री गुरु सेवक सिंह को मंगलवार शाम इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (आईजीआई) हवाई अड्डे के टर्मिनल-3 पर रोका गया। उसकी गतिविधियों और हाव-भाव ने अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया, जिससे उन्हें जांच करने के लिए प्रेरित किया।
पहचान का खुलासा
यात्री ने शुरू में अपना पहचान पत्र 67 वर्षीय रशविंदर सिंह सहोता के नाम से पासपोर्ट के रूप में दिखाया। अधिकारी ने बताया कि उसे मंगलवार को दिल्ली से उड़ान भरने वाले एयर कनाडा के विमान में सवार होना था। उस व्यक्ति का रूप, आवाज और त्वचा की बनावट पासपोर्ट में दिए गए विवरण से काफी कम उम्र की लग रही थी।
कड़ी जांच के बाद पता चला कि उसने अपने बाल और दाढ़ी को सफेद रंग में रंगवा लिया था, और अधिक उम्र का दिखने के लिए चश्मा भी पहन रखा था। इस प्रकार, उसकी पहचान का भंडाफोड़ हो गया।
वास्तविक पहचान का खुलासा
अधिकारी ने बताया कि आगे की पूछताछ में यात्री ने अपनी सही पहचान गुरु सेवक सिंह (24) बताई। इसके अलावा, उसके मोबाइल फोन में इसी नाम के पासपोर्ट की फोटो भी मिली। यह साबित करता है कि वह किसी बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकता है।
कानूनी कार्यवाही
चूंकि मामला जाली पासपोर्ट और छद्मवेश का था, इसलिए यात्री को उसके सामान के साथ कानूनी कार्रवाई के लिए दिल्ली पुलिस को सौंप दिया गया। इस घटना ने हवाई अड्डे की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की आवश्यकता को उजागर किया है।
सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता
इस घटना ने हवाई अड्डे की सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता और तत्परता को साबित किया है। सीआईएसएफ कर्मियों की मुस्तैदी के कारण एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश हुआ है। हवाई अड्डे पर इस तरह की घटनाएं सुरक्षा व्यवस्था की कड़ी निगरानी और सतर्कता की आवश्यकता को और बढ़ा देती हैं।