
अयोध्या के विवादित स्थल पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने वाले वाला है. अयोध्या का विवाद पांच सदियों से चला आ रहा है. विवाद तब से है जब से माना जाता है कि बाबर ने मंदिर तुड़वाकर मस्जिद का निर्माण कराया था. आइए ऐसे में जानते हैं अयोध्या का इतिहास और किसने बसाई थी ये धर्मनगरी.
रामायण के अनुसार अयोध्या की स्थापना मनु ने की थी. अयोध्या हिन्दुओं के प्राचीन और सात पवित्र तीर्थस्थलों में से एक है. जिसमें अयोध्या, मथुरा, माया (हरिद्वार), काशी, कांची, अवंतिका (उज्जयिनी) और द्वारका में शामिल किया गया है. माना जाता है भगवान राम का जन्म आयोध्या में ही हुआ था. राम के पिता दशरथ का शासन यहां पर चलता था.
रामायण में अयोध्या का उल्लेख कोशल जनपद की राजधानी के रूप में ही किया गया है. पुराणों में इस नगर के संबंध में कोई विशेष उल्लेख नहीं मिलता है. वहीं राम के जन्म के समय यह नगर अवध (वर्तमान में अयोध्या) नाम जाना जाता है.
अयोध्या में ऐसे स्थल पर एक मस्जिद बनवाया गया, जिसे हिंदू अपने आराध्य देव भगवान राम का जन्म स्थान मानते हैं. कहा जाता है कि मुगल राजा बाबर के सेनापति मीर बाकी ने यहां मस्जिद बनवाई थी, जिसे बाबरी मस्जिद के नाम से जाना जाता था. बाबर 1526 में भारत आया. 1528 तक उसका साम्राज्य अवध (वर्तमान अयोध्या) तक पहुंच गया. इसके बाद करीब तीन सदियों तक के इतिहास की जानकरी किसी भी ओपन सोर्स पर मौजूद नहीं है.
अयोध्या और साकेत को माना एक!