इस्लामाबाद। पाकिस्तान में मई में लैंडिंग करते हुए दुर्घटनाग्रस्त हुए पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के विमान के बारे में बुधवार को बड़ा खुलासा किया है। पाकिस्तान की संसद में बुधवार पाकिस्तानी उड्डयन मंत्री गुलाम सरवर खान ने बताया कि पाविमान के पायलटों का ध्यान भटका हुआ था और वे उड़ान के दौरान कोरोना वायरस पर चर्चा कर रहे थे जिस कारण उनका ध्यान भटका हुआ था और ठीक लैडिंग के पहले विमान नियंत्रण खो जाने के कारण कैश होने के कारण दुर्घटना का शिकार हुआ।
उड्डयन मंत्री ने पेश की ये जांच रिपोर्ट
उड्डयन मंत्री गुलाम सरवर खान ने पीआईए विमान दुर्घटना पर नेशनल असेंबली में अंतरिम जांच रिपोर्ट पेश की। इसमें कहा गया कि पायलट का ध्यान केंद्रित नहीं था और इसके कारण विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। मंत्री ने कहा कि पायलटों और हवाई यातायात नियंत्रण की मानवीय गलती से पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। मंत्री ने कहा कि पायलटों ने विमान की ऊंचाई के बारे में हवाई यातायात नियंत्रण के निर्देशों को नजरंदाज किया। इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि विमान में कोई खराबी नहीं थी।
इस प्लेन कैश में 97 लोगों की हुई थी मौत
गौरतलब हैं कि लाहौर से कराची की घरेलू उड़ान 22 मई को कराची स्थित जिन्ना अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें 97 लोगों की मौत हो गई थी। राष्ट्रीय विमानन कंपनी का एयरबस ए-320 विमान जब शुक्रवार को मलीर में मॉडल कालोनी के पास स्थित जिन्ना गार्डेन क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हुआ तब उसमें 91 यात्री और चालक दल के आठ सदस्य थे। विमान एयरपोर्ट पर उतरने से कुछ ही मिनट पहले दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। दुर्घटना में दो यात्री बच गए थे। इस घटना ने लोगों को विचलित कर दिया था। उसकी बुधवार को एक प्रारंभिक जांच रिपोर्ट संसद में पेश की गई। संसद में पेश की गई रिपोर्ट में विमान दुर्घटना के कारणों में पायलटों का अतिआत्मविश्वास और ध्यान की कमी” को कुछ कारणों के तौर पर उल्लेखित किया
पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोलर की चेतावनी को भी नजरअंदाज करते हुए बतियाते रहे
खान ने कहा, हालांकि विमान 7,220 फीट (2,200 मीटर) पर उड़ान भर रहा था जब रनवे से 10 मील (16 किमी) दूर था।”विमान 2,500 फीट की ऊंचाई पर होना चाहिए था,” उन्होंने कहा, या 762 मीटर के बराबर। “जब वे लैंडिंग की स्थिति में थे, तो उन्हें नियंत्रकों द्वारा चेतावनी दी गई थी, लेकिन उन्होंने कहा, ‘मैं प्रबंधित करूंगा’ … और फिर उन्होंने कोरोना पर फिर से चर्चा शुरू कर दी।””जब विमान 10 समुद्री मील की दूरी पर था, तो लैंडिंग गियर कम हो गया था,” उन्होंने कहा। “लेकिन यह समझ से परे है कि 5 समुद्री मील की दूरी पर लैंडिंग गियर को फिर से उठाया गया था।”खान ने कहा, “पायलट से अंतिम शब्द थे, ‘ओ गॉड, ओ गॉड, ओ गॉड।’
40% पायलट फर्जी लाइसेंस से उड़ा रहे विमान
मंत्री ने कहा कि जो भी जिम्मेदार है उसे जवाबदेह बनाया जाएगा। उन्होंने वादा किया कि पूर्ण जांच रिपोर्ट एक वर्ष में पेश कर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट में इसका उल्लेख है कि विमान में कोई तकनीकी खामी नहीं थी और पायलटों ने भी इसके बारे में हवाई यातायात नियंत्रक के साथ अपनी बातचीत में भी नहीं कहा है। मंत्री ने कहा कि विमान ने लैंडिंग गियर के बिना ही तीन बार रनवे को छुआ जिससे उसके इंजन को क्षति पहुंची। मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय विमानन कंपनी के 40 फीसदी पायलट फर्जी लाइसेंस से विमान उड़ा रहे हैं. उन्होंने कहा कि इन पायलटों ने न तो स्वयं परीक्षा दी है और न ही उन्हें उचित उड़ान अनुभव है. उन्होंने कहा, ‘‘दुर्भाग्य से पायलटों की नियुक्ति राजनीतिक आधार पर भी होती है.’