प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्द्धन के नेतृत्व में इस GOM का गठन किया गया था.
नई दिल्ली: वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO)ने कोरोना वायरस (Corona Virus)को महामारी घोषित कर दिया है. कोरोना से बचाव के लिए भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. भारत ने विदेश से आने वाले यात्रियों के वीजा सस्पेंड कर दिए हैं. इसके अलावा केंद्र सरकार ने भारतीय नागरिकों को सलाह दी है कि यदि जरूरत न हो तो विदेश यात्रा से बचें. बता दें कि भारत में कोरोना वायरस के अब तक 60 मरीजों की पुष्टी हो चुकी है. दुनियाभर में कोरोना से अब तक 4 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
अब भारत आने के लिए केवल राजनायिकों और यूएन कर्मचारियों को ही वीजा दिया जाएगा. इनके अलावा सभी के वीजा सस्पेंड कर दिए हैं. विदेश से आने वाले यात्रियों के वीजा 15 अप्रैल तक के लिए सस्पेंड कर दिए गए हैं. यह रोक ओसीआई कार्डधारकों पर भी जारी रहेगी.
एयर इंडिया ने 28 मार्च इटली और 25 मार्च तक दक्षिण कोरिया की सभी उड़ानें रद्द की.
कोरोना वायरस: खतरे और रोकथाम के प्रयासों की मंत्रियों के समूह ने की समीक्षा
कोरोना वायरस के व्यापक खतरे को देखते हुए मंत्रियों के समूह (GOM) ने उच्च स्तरीय समीक्षा की. इसकी निगरानी और रोकथाम के लिए की जा रही तैयारियों के प्रबंधन का जायजा लिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्द्धन के नेतृत्व में इस GOM का गठन किया गया था.
इसके तहत मंत्रियों के समूह के समक्ष देश में कोरोना वायरस के खतरे के संबंध में एक प्रेजेंटेशन पेश किया गया. अभी तक इसकी रोकथाम के लिए क्या प्रबंध किए गए हैं, इस बारे में भी बताया गया. वैश्विक हालात के मद्देनजर सरकार की तरफ से जो ट्रेवल एडवाइजरी जारी की गई हैं, उसके बारे में जानकारी दी गई. गौरतलब है कि 10 मार्च को भी सरकार की तरफ से ऐहतियात के रूप में दो एडवाइजरी जारी की गई हैं.
इसमें जिक्र किया गया कि जिन यात्रियों ने हाल में चीन, हांगकांग, दक्षिण कोरिया, जापान, इटली, थाइलैंड, सिंगापुर, ईरान, मलेशिया, फ्रांस, स्पेन और जर्मनी की यात्रा की है, उनको बेहद सावधानी बरतते हुए स्वदेश आने की तिथि से 14 दिनों तक खुद को बाकियों से अलग रखना चाहिए. कंपनियों को भी ऐसे कर्मचारियों को घर से ही काम करने की सुविधा उपलब्ध करानी चाहिए.
इसमें ये भी बताया गया कि इनके समेत कुल 12 देशों से आने वाली सभी फ्लाइट के यात्रियों की यूनिवर्सल स्क्रीनिंग की जा रही है. इसके साथ ही ये भी कहा गया कि सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को ये सलाह दी गई है कि लोगों की सघन जांच के साथ उनको रोकथाम, लक्षण के विषय में जागरूक किया जाना चाहिए और इसके लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए जाने चाहिए.