नई दिल्ली : एक खोजी रिपोर्ट से हुए सनसनीखेज खुलासे से पता चला है कि चीन (China), भारत के दस हजार से ज्यादा लोगों की जासूसी करा रहा है. इसमें भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) का नाम भी शामिल है. दोनों देशों के बीच सीमा पर जारी तनाव के बीच चीन ने ये नई साजिश रची है. राजनेताओं, उद्योगपतियों के साथ चीन ज़ी न्यूज़ (Zee News),ज़ी बिजनेस (Zee Business) और अंतर्राष्ट्रीय चैनल विऑन (WION) के एडिटर-इन-चीफ सुधीर चौधरी की जासूसी करा रहा है.
जुलाई में चीन ने WION न्यूज़ चैनल का एक्सेस ब्लॉक करके प्रसारण बाधित करने की कोशिश की थी. कोरोना वायरस (Coronavirus pandemic) महामारी की शुरुआत से ही WION चीन के हर फैसले की बारीक पड़ताल कर बीजिंग के झूठ का पर्दाफाश कर रहा है.
Zhenhua Data Information Technology Co. Limited कंपनी को जासूसी का ठेका
जासूसी का काम शेनजेन स्थित कंपनी जेन्हुआ डेटा इंफार्मेशन टेक्नालजी कंपनी लिमिटेड (Zhenhua Data Information Technology Co. Limited) कर रही है, जिसका संबंध चीन की सरकार और कम्युनिस्ट पार्टी से है. समाचार पत्र इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में कहा गया है कि इसी कंपनी को दस हजार से ज्यादा भारतीयों की जासूसी का जिम्मा सौंपा गया है.
जासूसी वाली सूची में ये नाम शामिल
इस लिस्ट में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सोनिया गांधी और उनका परिवार, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, अशोक गहलोत, अमरिंद्र सिंह , उद्धव ठाकरे, नवीन पटनायक, शिवराज सिंह चौहान का नाम भी शामिल है. अन्य बड़ी हस्तियों की बात करें तो केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रविशंकर प्रसाद, निर्मला सीतारमण, स्मृति इरानी, पियूष गोयल की भी निगरानी हो रही है. रक्षा क्षेत्र की बात करें तो चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (Chief of Defence Staff Bipin Singh Rawat) समेत कम से कम 15 पूर्व सैन्य अधिकारी चीन के रेडार पर हैं जो थल सेना, वायु सेना और नेवी की बड़ी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं.
न्यायपालिका पर भी नजर
सूची में आगे बढ़ें तो भारत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस बोवड़े (Chief Justice of India Sharad Bobde), जस्टिस ए एम खानविलकर (AM Khanwilkar), लोकपाल जस्टिस पीसी घोष का नाम भी निगरानी सूची में शामिल है.
चीन की चाल में देश के सीएजी जी सी मुर्मू (Comptroller and Auditor General GC Murmu), स्टार्ट अप टेक उद्धमी निपुण मेहरा, भारतीय पेमेंट एप भारत पे के फाउंडर (Bharat Pe) के अलावा टॉप इंडस्ट्रलिस्ट रतन टाटा (Ratan Tata), गौतम अडाणी (Gautam Adani) की भी निगरानी हो रही थी.
इस डेटा पर चीन की नजर
सोशल मीडिया पर पोस्ट होने वाली हर जानकारी चीन अपने दायरे में रखना चाहता है. इसके लिए इसमें संबंधित लोगों की लोकेशन, पसंद और नापसंद से लेकर संबंधित लोगों के दोस्त, रिश्तेदार से जुड़ी जानकारी तक खंगाली जा रही थी. गौरतलब है कि Zhenhua चीन की खुफिया एजेंसी के साथ काम करती है. कंपनी का दफ्तर शेनजेन प्रांत में है जिसके दुनिया भर में 20 डेटा सेंटर हैं.