रिलायंस इंडस्ट्रीज समूह की सहायक कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) जर्मन रिटेलर मेट्रो कैश एंड कैरी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड का अधिग्रहण करेगी।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ग्रुप की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, यह 22 दिसंबर को हुई है और यह डील 2850 करोड़ रुपये में हुई है। ‘मेट्रो इंडिया’ कंपनी को खरीदने के बाद अब ‘रिलायंस रिटेल’ का सीधा मुकाबला डी-मार्ट और हाइपर मार्केट से होगा।
मेट्रो कैश एंड कैरी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने 2003 में भारत में अपना कारोबार शुरू किया। कैश एंड कैरी उद्योग में उद्यम करने वाली यह भारत की पहली कंपनी थी।
वर्तमान में कंपनी के भारत के 21 शहरों में 31 बड़े स्टोर हैं। साथ ही इस कंपनी में तीन हजार से ज्यादा कर्मचारी काम कर रहे हैं।
इस बीच, आज किए गए समझौते के अनुसार, भारत में मेट्रो कंपनी के 31 स्टोर रिलायंस द्वारा ले लिए जाएंगे। इन स्टोर्स के जरिए एक मल्टी ब्रांड रिटेल चेन बनाई जाएगी।
भारत में मेट्रो के 31 थोक वितरण केंद्रों के साथ-साथ भूमि बैंक और अन्य खुदरा दुकानों का स्वामित्व रिलायंस के पास होगा। मेट्रो का वार्षिक राजस्व एक बिलियन डॉलर के क्षेत्र में है।