मुंबई शहर में एशिया महाद्वीप की सबसे बड़ी झोपड़पट्टी धारावी स्लम पुनर्वास प्रोजेक्ट को संवारने की जिम्मेदारी आखिर अदाणी समूह को मिल गई है।
अदाणी समूह ने 5,069 करोड़ रुपये की बोली लगाकर इस प्रोजेक्ट पर अपना कब्जा जमा लिया है। इस परियोजना के लिए दूसरे क्रमांक पर 2,025 करोड़ रुपये की बोली लगाने वाली डीएलएफ प्रतियोगिता की दौड़ से बाहर हो गई है।
परियोजना के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एसवीआर श्रीनिवास ने मंगलवार को पत्रकारों को बताया कि अदाणी समूह ने दुनिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्तियों वाले धारावी पुनर्विकास के लिए 5,069 करोड़ रुपये की बोली लगाई है।
बोली पूरे 20,000 करोड़ रुपये की परियोजना के लिए है, और परियोजना के लिए कुल समय सीमा 6.5 लाख झुग्गीवासियों के पुनर्वास के लिए सात साल की है, जो अभी 2.5 वर्ग किमी क्षेत्र में फैले हुए धारावी स्लम पुनर्वास प्रोजेक्ट के लिए है।
इस परियोजना के लिए दक्षिण कोरिया और यूएई की संस्थाओं सहित आठ बोलीदाताओं ने अक्टूबर में आयोजित प्री-बिड मीट में भाग लिया था और उनमें से तीन ने वास्तव में परियोजना के लिए बोली लगाई थी। इसमें नमन ग्रुप भी बोली के लिए शामिल हुआ था लेकिन इसकी बोली को तकनीकी आधार पर रद्द कर दिया गया था।