सिवनी। नर्मदा नदी के भटौली घाट जबलपुर में छलांग लगाने वाले सिवनी जिले के इंजीनियर सौरव अग्रवाल का शव गुरुवार सुबह करीब 11:00 बजे बरामद कर लिया गया। वहीं गुरुवार की शाम लगभग 5:00 बजे विकासखंड कुरई अंतर्गत उनके गृह ग्राम चक्की खमरिया में अंतिम संस्कार किया गया परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
एसडीआरएफ के गोताखोरों की मदद से सौरव की नर्मदा में तलाश की जा रही थी। इसी दौरान भटौली घाट से 500 मीटर आगे चोई में फंसा उसका शव मिला। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की पड़ताल शुरू कर दी है।
शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया था। जहां पोस्टमार्टम के बाद शव चक्की खमरिया कुरई जिला सिवनी निवासी परिजनों को सौंप दिया गया।
इस मामले में जबलपुर के गौर चौकी प्रभारी टेकचंद शर्मा ने बताया कि बुधवार देर शाम तक गोताखोर सौरव की तलाश में जुटे थे। देर शाम अंधेरा होने के बाद रेस्कयू को रोक दिया गया था। गुरुवार सुबह से फिर उसकी तलाश प्रारंभ कर दी गई।
ग्वारीघाट तक मोटर बोट के माध्यम से लगातार पेट्रोलिंग की गई। उसका शव भटौली घाट से करीब 500 मीटर की दूरी पर ही मिला। सौरव ने आत्मघाती कदम क्यों उठाया। पुलिस कारणों का पता लगाने की कोशिश में जुट गई है।
निजी कंपनी में काम करता था सौरव –
सौरव अग्रवाल (32) सिवनी जिले के कुरई स्थित गांव चक्की खमरिया का रहने वाला था। बीई डिग्री लेने के बाद वह जबलपुर में ही एक होटल में कमरा लेकर रह रहा था।
भटोली में बायपास रोड के नजदीक कार खड़ी करने के बाद सौरव ने सिवनी में रहने वाले अपने एक रिश्तेदार राहुल अग्रवाल को फोन करके बताया था कि वह नर्मदा नदी में कूदकर आत्महत्या करने वाला है। उसकी कार भटौली घाट के पास खड़ी है।
घटना की सूचना पाकर गौर चौकी पुलिस ने भटौली घाट पहुंचकर कार बरामद कर ली थी। कार में जहरीले पदार्थ की शीशी और सौरव की चप्पल भी पाई गई थी।
चक्की खमरिया में खुद की बीज भंडार कृषि फार्म की दुकान से जहरीला पदार्थ लिया होना बताया जा रहा है। इससे पूर्व के समाचार में घंसौर के एक गांव का नाम प्रकाशित किया गया था। वह त्रुटिवश हुआ था। मृतक विकासखंड कुरई के गांव चक्की खमरिया का रहने वाला पढ़ा जाए।