भोपाल । मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर भाजपा सरकार हिजाब को छोड़ किताब पर कब बात करेगी, कब शिक्षा की गुणवत्ता व स्तर को सुधारने की बात करेगी?
आखिर कब तक वह समाज को बांटने वाले मुद्दों के नाम पर जनता को गुमराह करने का काम करती रहेगी?
नरेन्द्र सलूजा ने बुधवार को अपने बयान में कहा कि मध्य प्रदेश के स्कूलों की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है। हजारों स्कूलों में शिक्षक तक नहीं है, बिजली नहीं है, स्कूल भवन तक नहीं है, खेल मैदान नहीं है, पीने का पानी नहीं है, शौचालय तक नही है और ऐसे में शिक्षा का स्तर व गुणवत्ता पर बात करने की बजाय स्कूली शिक्षा मंत्री हिजाब पर बात कर रहे हैं? प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री हिजाब पर बात कर रहे हैं, भाजपा के तमाम नेता हिजाब पर बात कर रहे हैं।
आखिर यह लोग कब बेटियों की सुरक्षा व सम्मान पर बात करेंगे? उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश पहले से ही बेटियों पर अत्याचार, उत्पीडऩ व दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं को लेकर देशभर में कुख्यात है।
एनसीआरबी के आंकड़े इसके गवाह हैं। बेटियों की सुरक्षा पर तो कोई भी भाजपा नेता आज बात नही कर रहा है। आज यह सब बात इसलिए हो रही है क्योंकि पांच राज्यों में चुनाव है।
हर चुनाव के पूर्व भाजपा इसी तरह समाज को बांटने वाले मुद्दों को आगे लाकर गुमराह करने का काम करती है। जिस तरह देश को बर्बाद किया गया है, उसी तरह शिक्षा के मंदिरों को बर्बाद करने का काम अब किया जा रहा है। यह सब एक सुनियोजित साजिश के तहत किया जा रहा है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि कोई भी बेटी क्या पहने, क्या खाए, यह उसकी निजी स्वतंत्रता है। यह अधिकार संविधान में भी सभी को मिला हुआ है। पता नही क्यों इसे तूल दिया जा रहा है? लूंगी, धोती, टोपी, पगड़ी, हिजाब, घुंघट, पर्दा प्रथा यह सब हमारी धार्मिक संस्कृति व परंपरा के प्रतीक है। बेहतर हो भाजपा इसे राजनीति का विषय ना बनाएं।