गाजियाबाद (डासना): उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में धर्म परिवर्तन की साजिश का बड़ा खुलासा हुआ है. उत्तर प्रदेश की एटीएस ने दिल्ली के जामिया नगर (Jamia Nagar) के रहने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है.
शक पर की पूछताछ तो खुला धर्मांतरण रैकेट राज
डासना मंदिर के केयरटेकर और चश्मदीद के मुताबिक 2 जून की रात करीब साढ़े 8 बजे दो लोग मंदिर में अपनी पहचान बदलकर दाखिल हुए. जब उन लोगों की हरकते सेवादारों को संदिग्ध लगीं तो उनसे पूछताछ की गयी पूछताछ में हुए खुलासे के बाद लोग हैरान रह गए.
उन दोनों लोगों में जिसने अपना नाम काशी बताया था वो काशिफ निकला और दूसरे ने अपना नाम विपुल विजयवर्गीय बताया वो निकला रमजान. रमजान पहले हिन्दू था फिर धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम बन गया था.
2 जून को पकड़े गए दोनों संदिग्धों के पास से एक बैग मिला था उस बैग से 6-7 सर्जिकल ब्लेड बरामद हुए. लिक्विड, मेडिसन, एक्यु प्रेशर पंप और धर्मिक पुस्तकें भी मिलीं. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. मंदिर के महंत नरसिंहानंद ने 2 जून की पूरी घटना बताई. उन्होंने कहा, सुनियोजित तरीके से एक गिरोह धर्म परिवर्तन करा रहा है.
महंत नरसिंहानंद ने दावा किया कि इस गिरोह में शामिल लोगों ने लाखों हिंदुओं को मुसलमान बना दिया है लेकिन कहीं कोई चर्चा नहीं है, इसकी तरीके से जांच हो जाए तो बड़ा खुलासा होगा. नरसिंहानंद ने अपनी हत्या का डर भी जताया है.
इस मामले का खुलासा करते हुए उत्तर प्रदेश के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि 2 जून 2021 को डासना स्थित एक मंदिर में दो लोगों ने अवैध रूप से घुसने की कोशिश की थी. इस मामले में उनको हिरासत में लिया गया है. आरोपियों का नाम विपुल विजयवर्गीय और काशिफ है. उनसे पूछताछ की गई तो इस तरह की सूचनाएं मिली कि एक बड़ा गेम चल रहा है, जो कि लोगों का सुनियोजित तरीके से धर्म परिवर्तन करा कर और काफी प्रलोभन देकर पैसे वगैरह देने का काम करता है.
1 हजार लोगों का धर्मांतरण कराया गया
पुलिस के मुताबिक जांच में एक शख्स गौतम का नाम सामने आया है, वह बाटला हाउस, जामिया नगर का रहने वाला है. इसने खुद भी अपना धर्म परिवर्तन किया है. पूछताछ और गहराई से जांच के बाद इनके साथी जहांगीर आलम की गिरफ्तारी की गई. जिससे पता चला कि उन्होंने तकरीबन 1,000 लोगों का प्रलोभन देकर या डरा-धमका कर धर्म परिवर्तन कराया है.