अमेरिका में कोरोना की नई स्ट्रेन से और लोग होंगे प्रभावित, फ्रांस, जर्मनी और चेक गणराज्य फिर लगाएंगे प्रतिबंध

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खबर सत्ता डेस्क, कार्यालय संवाददाता
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वाशिंगटन। अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीज के निदेशक एंथनी फॉसी ने कहा है कि ब्रिटेन में मिले वायरस के नए स्ट्रेन से अमेरिका में वसंत मध्य तक और लोग प्रभावित हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक स्पष्ट नहीं है कि दक्षिण अफ्रीका में मिला वैरिएंट मूल वायरस से अधिक खतरनाक है या नहीं। उधर, सीएनएन ने जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के हवाले से बताया है कि अमेरिका में शुक्रवार को कोरोना संक्रमण से 3,483 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही अमेरिका में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2.59 करोड़ के पार हो गई है जबकि 4.36 लाख लोग महामारी की चपेट में आकर मारे गए हैं।

फ्रांस, जर्मनी और चेक गणराज्य फिर लगाएंगे प्रतिबंध

यूरोपीय यूनियन में अधिक संक्रामक वायरस को फैलने से रोकने के लिए फ्रांस, जर्मनी और चेक गणराज्य सभी तरह की यात्राओं पर रोक लगाएंगे। फ्रांस के प्रधानमंत्री जीन कास्टेक्स ने कहा कि सोमवार से देश से गैर यूरोपीय यूनियन देशों में यात्रा पर प्रतिबंध प्रभावी हो जाएगा। जबकि यूरोपीय यूनियन देशों से आने वाले सभी यात्रियों को कोरोना टेस्ट कराना अनिवार्य होगा।

ब्राजील में 1,119 लोगों की मौत

पिछले चौबीस घंटों के दौरान ब्राजील में 1,119 लोगों की मौत हुई जबकि 59,826 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जर्मनी में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले दिखाई दे रहे हैं। पिछले चौबीस घंटों में 14,022 नए लोग कोरोना की चपेट में आए हैं। बीते चौबीस घंटों के दौरान रूस में 19,238 लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं।

वुहान के एक और अस्पताल पहुंची डब्ल्यूएचओ की टीम

कोरोना वायरस की उत्पत्ति के बारे में जांच करने आया विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का दल शनिवार को वुहान के एक अन्य अस्पताल में पहुंचा। जिनयांतन अस्पताल शहर के उन चुनिंदा अस्पतालों में से एक है जहां 2020 की शुरुआत में अज्ञात वायरस से पीडि़त लोगों का इलाज किया गया था।

वुहान के अस्पताल का किया था दौरा 

बता दें कि दल ने शुक्रवार को चीन के वैज्ञानिकों के साथ मुलाकात की थी और वुहान के उस अस्पताल का दौरा किया, जहां चीन के मुताबिक एक वर्ष पहले कोरोना के पहले मरीज का उपचार किया गया था। डब्ल्यूएचओ के दल में पशु स्वास्थ्य, विषाणु विज्ञान, खाद्य सुरक्षा एवं महामारी विशेषज्ञ शामिल हैं। चीन के मुताबिक, कोरोना वायरस संक्रमण के पहले मरीज का इलाज हुबेई इंटिग्रेटेड चाइनीज एंड वेस्टर्न मेडिसीन हॉस्पिटल में हुआ था। यहां कोरोना का पहला मामला 27 दिसंबर 2019 को सामने आया था।

सीफूड मार्केट का भी दौरा करेगी टीम

डब्ल्यूएचओ ने बृहस्पतिवार को ट्विटर पर कहा था कि उसकी टीम अस्पतालों तथा हुनान सीफूड मार्केट, वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी एवं वुहान सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल की प्रयोगशालाओं जैसे उन स्थानों पर भी जाएगी जो वायरस के पहले-पहल मामलों से संबंधित हैं। हालांकि वैज्ञानिकों के केवल एक दौरे से वायरस की उत्पत्ति के बारे में कुछ भी पता लगाना कठिन है। उसने कहा कि दल ने इस महामारी से संबंधित विस्तृत डेटा मांगा है तथा वह कोरोना के शुरुआती मरीजों और उनका इलाज करने वालों से भी मुलाकात करेगा।

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