अहमदाबाद. गुजरात (Gujarat) में कांग्रेस (Congress) के पांच पूर्व विधायक शनिवार को बीजेपी (BJP) में शामिल हो गए. राज्यसभा चुनाव (Rajya sabha Elections 2020) से पहले कांग्रेस के आठ विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था और इनमें से पांच ने आज बीजेपी का दामन थाम लिया. प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष जीतू वाघाणी और अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में जीतू चौधरी, प्रद्युम्नसिंह जाडेजा, जेवी काकड़िया, अक्षय पटेल और बृजेश मेरजा ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की.
निर्वाचन आयोग ने जैसे ही राज्यसभा चुनाव की नई तारीख 19 जून का ऐलान किया था, उसके कुछ दिन के बाद ही पटेल, मेरजा और चौधरी ने इस्तीफा दे दिया था. जाडेजा और काकड़िया ने मार्च में विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था. गुजरात में राज्यसभा चुनाव पहले 26 मार्च को होना था लेकिन कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर देशभर में लगाए गए लॉकडाउन के चलते इसे टाल दिया गया था.
इन पूर्व विधायकों का पार्टी में स्वागत करते हुए वाघाणी ने कहा कि उनकी मौजूदगी स्थानीय स्तर पर पार्टी को मजबूती प्रदान करेगी. उन्होंने यह विश्वास भी जताया कि इन सभी विधायकों के इस्तीफे से रिक्त हुई विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में बीजेपी अपनी जीत का परचम लहराएगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की अंदरूनी गुटबाजी और राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर कमजोर नेतृत्व के चलते इन विधायकों ने कांग्रेस छोड़ने का फैसला किया.
उन्होंने कहा, ‘‘यह पहला मौका नहीं है. इससे पहले भी कई मौकों पर राज्य में कांग्रेस के विधायकों ने बीजेपी का दामन थामा है. लगातार ऐसा होने के बावजूद, कांग्रेस यदि बीजेपी को जिम्मदार ठहराती है तो मैं उन्हें कहना चाहूंगा कि वे गुजरात में अपनी दुकान बंद कर दें.’’ उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस में नेतृत्व का अभाव है और गुटबाजी भी है. विधायकों के इस्तीफे के लिए कांग्रेस खुद जिम्मेदार है.’’
गत मार्च में कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले तीन अन्य विधायकों में सोमा पटेल, प्रवीण मारू और मंगल गावित शामिल हैं. वाघाणी ने कहा कि यदि ये तीन पूर्व विधायक भी बीजेपी में शामिल होते हैं तो पार्टी उनका स्वागत करेगी. कांग्रेस ने 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव में 77 सीटें जीती थीं. अब विधानसभा में कांग्रेस के सदस्यों की संख्या घटकर 65 रह गई है. पिछले कुछ सालों में कांग्रेस के 12 विधायकों ने पार्टी छोड़ी है. इनमें से अधिकांश विधायक बीजेपी में शामिल हुए हैं