सिवनी । राष्ट्रीय स्वयं सेवी संघ से सेवा का भाव सीखकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने छात्र राजनीति की शुरूआत करने वाले युवा आलोक दुबे को विगत दिनों प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीडी शर्मा द्वारा भाजपा जिला अध्यक्ष का पद दिया गया है। वर्षों से युवाओं के मध्य अपने सरल व्यवहार एवं सबकी मदद करने वाले आलोक दुबे पूर्व में सांसद बोधसिंह भगत के प्रतिनिधि के रूप में भी भाजपा को सेवायें दे चुके हैं।
वर्तमान स्थिति में अध्यक्ष पद का ताल मिलने के बाद आलोक दुबे के समक्ष ना केवल संगठन को नये सिरे को गठित कर ऊर्जावान नेताओं को शामिल करने की चुनौती है बल्कि उन्हें वर्षों से भाजपा के चुनाव चिंह पर निर्वाचित होते चले आये पूर्व विधायकों और सांसदों को भी विश्वास में लेना होगा।
राजनैतिक प्रतिनिधि के अनुसार विगत दिनों पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह के कार्यकाल के दौरान जिला भाजपा अध्यक्ष पद सहित अन्य 24 मंडलों में निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान हुई भारी गड़बड़ी के कारण वर्तमान अध्यक्ष प्रेम तिवारी ही भाजपा की कमान संभाले हुये थे, पूर्व से ही कयास लगाये जा रहे थे कि एबीव्हीपी से भाजपा की राजनीति में आये खजुराहो सांसद बीडी शर्मा के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद युवा नेतृत्व को जिले की कमान दी जा सकती है और अंतत: आलोक दुबे को जबावदेही दी गई है और उन्हें अब सत्तासीन भाजपा के दो कद्दावर विधायक दिनेश राय मुनमुन एवं राकेश पाल सिंह सहित जिले का केंद्र में प्रतिनिधित्व कर रहे केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते एवं सांसद डॉ. ढालसिंह बिसेन को भी विश्वास में लेने की बड़ी चुनौती मिली है।
विगत 15 माह तक कांगे्रस प्रदेश की सत्ता में रही और इस दौरान जिला अध्यक्ष राजकुमार खुराना के नेतृत्व में कांगे्रस के आम कार्यकर्ताओं के प्रशासनिक अमले से जुड़े सामान्य एवं निजी कार्य बड़े आसानी से हुये, यही उम्मीद भाजपा के वे जमीनी कार्यकर्ता वर्षों से कर रहे है, जो चुनाव के दौरान बिना किसी पद के भी पार्टी के लिये कार्य करते चले आये है, उन्हें भी संतुष्ट करना आलोक दुबे के कार्यकाल में बड़ी चुनौती होगी, हालांकि उनके साथ कार्य करने वाले युवा बताते है कि सरल व्यवहार के धनी आलोक इस चुनौती को भी आसानी से पूर्ण कर लेंगे, क्योंकि उन्हें आम कार्यकर्ताओं से संवाद करने का लंबा अनुभव है।