हैदराबाद : तेलंगाना सरकार ने प्रवासी मजदूरों को प्रति व्यक्ति 12 किलो चावल और 500 रूपए और प्रवासी मजदूर परिवारों को 2 हजार रूपए देने का फैसला किया है। कोरोना वायरस से निपटने के लिए लागू किए गए लॉकडाउन के चलते मजदूर अपने-अपने गांव जाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं। परन्तु लॉकडाउन के चलते सभी राज्यों के बॉर्डर भी बंद हैं और परिवहन के साधन की भी कमी है। ऐसे में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने प्रवासी मजदूरों को सभी सुविधाएं प्रदान करने का वादा किया है।
ख्याल रखना हमारी जिम्मेदारी—सीएम
मुख्यमंत्री केसीआर ने प्रवासी मजदूरों से कहा कि उनको अभी तेलंगाना छोड़ कर जाने की जरूरत नहीं है। उनको कोई दिक्कत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि राज्य में कोई भी प्रवासी महदूर भूखे-प्यासे नहीं रहेंगे। चाहे वे देश के किसी भी कोने से क्यों न हों, उनका ख़याल रखना हमारी जिम्मेदारी है।
मुख्यमंत्री ने प्रवासी मजदूरों से कहा कि आप लोग हमारे राज्य के विकास के लिए आये हैं, राज्य की सेवा करने के लिए आये हैं, इसलिए हम आपको हमारे भाई, बंधू और बेटे समझते हैं। आप किसी चीज़ की फ़िक्र न करें। आपकी हर जरूरत का ख़याल रखा जाएगा।
केसीआर ने रविवार देर रात कहा कि प्रवासी मजदूरों को प्रति व्यक्ति 12 किलो चावल और 500 रूपए दिए जाएंगे और अगर किसी मजदूर के परिवार में चार लोग हैं तो उन्हें 2000 रूपए दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर वे चावल नहीं खाते हैं तो रोटी के लिए आटा दिया जाएगा और जो लोग पका नहीं सकते हैं, उनको खाना पका कर भी दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रवासी मजदूरों के भोजन, पानी और स्वास्थ्य सेवा का ख़याल रखा जाएगा और रहने की भी व्यवस्था की जायेगी। साथ ही कहा कि अगर जरूरत पड़े तो और ज्यादा राशि भी खर्च की जाएगी।
राज्य में 3 लाख प्रवासी मजदूर…
केसीआर ने कहा कि सर्वे के बाद पता चला कि तेलंगाना में करीब साढ़े 3 लाख प्रवासी मजदूर हैं जो ज्यादातर बिहार ओडिशा, झारखण्ड और तमिलनाडु राज्य के हैं। अधिकांश मजदूर रंगारेड्डी, मेडचल, हैदराबाद, रामगुंडम और खम्मम जिलों में काम करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रवासी मजदूरों की लिस्ट को चीफ सेक्रेटरी स्वयं देख रहे हैं। इसलिए किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है। अंत में मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि किसी प्रवासी मजदूर को किसी भी तरह की तकलीफ हो तो वे लोकल कलेक्टर, एमएलए, तहसीलदार, सरपंच या पुलिस से मिल सकते हैं। उनकी हर जरूरत का ख़याल रखा जाएगा।