क्या है कोरोना वायरस (What is coronavirus)
कोरोना वायरस एक विषाणुओं का समुह है जो जानवरों और इंसानों को बीमार कर सकता है। ये एक RNA वायरस है, जिसका मतलब है कि यह एक शरीर के अंदर कोशिकाओं में टूट जाता है और उनका उपयोग खुद की पुन: उत्पन्न करने के लिये करता है। चीन के वुहान में फैल रहा कोरोना वायरस पहले कभी नहीं देखा गया। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन WHO के अनुसार यह वायरस सी- फूड से जुडा है और इसकी शुरूआत चीन के हुवई प्रात के वुहान शहर से एक सी फूड बाजार से ही हुई मानी जा रही है। कोरोना वायरस विषाणुओं के परिवार का है और इससे लोग बीमार पड रहे है। यह वायरस ऊंट, बिल्ली और चमगादड सहित कई पशुओं में भी प्रवेश कर रहा है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन WHO के अनुसार यह वायरस एक व्यक्ति के दूसरे व्यक्ति में भी फैल सकता है।
कोरोना वायरस कैसे फैलता है (How the coronavirus spreads)
– यह वायरस सिर्फ खांसी और छींक के जरिये लोगों में फैल सकता है, इसका मतलब यह वायरस बेहद आसानी से किसी को भी संक्रमित कर सकता है। यह वायरस लार के जरिए निकट संपर्क, चुंबन या फिर बर्तन शेयर करने से भी फैल सकता है। यह वायरस फेफडो को संक्रमित करता है, इसलिये खांसते वक्त मुंह से निकलने वाली बूंदे भी सामने मौजूद व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है, जिन व्यक्तियों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है उनके लिये यह वायरस प्राणघातक हो सकता है।
कोरोना वायरस के लक्षण (Symptoms of coronavirus) –
इस वायरस से संक्रमित होने वाले व्यक्ति में कम से कम 14 दिनों के बाद इसके लक्षण दिखने शुरू होते है। संक्रमित व्यक्ति में आमतौर पर जुखाम, खांसी, गले में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, बुखार जैसे शुरूआती लक्षण दिखाई देते है। यह लक्षण बाद में फेफडों में निमोनिया और किडनी को क्षति पहुंचाते हैं।
कोरोना वायरस का उपचार (Treatment of coronavirus)
– अब तक इस वायरस का कोई ईलाज व टिका नहीं बना है इस प्रकार की बीमारी की जानकारी ही बचाव है, व्यक्ति को आमतौर पर लक्षण आधारित उपचार दिया जाना है मरीज को आराम करने की सलाह दी जाती है खाने में तरल पदार्थ के उपयोग की सलाह दी जाती है तथा जुखाम, खांसी, गले में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, बुखार जैसे शुरूआती लक्षण दिखाई देते ही चिकित्सक से परामर्श करें अथवा स्वास्थ्य संस्था में उपचार करायें।
कोरोना वायरस से बचाव हेतु सावधानियां (Precautions to protect against coronavirus)
– इस वायरस से बचाव हेतु व्यक्ति अपने हाथ साबुन-पानी या अल्कोहल युक्त हैड रब से जब भी किसी से मिलते है या सार्वजनिक स्थल पर अन्य लोगों से टच होते है या किसी सामान को छुते है हर बार हाथ साफ करें। खांसते या छींकते समय अपनी नाक और मुंह को टिश्यू या मुडी हुई कोहनी से ढकें। जिन्हें सर्दी या फ्लू जैसे लक्षण हो उनके साथ करीबी संपर्क बनाने से बचे। मीट व अंडों को खाने से पहले अच्छे से पकाऐं। भीड-भाड वाली जगह पर न जाये व मास्क पहने, खासतौर पर चीन से सफर कर लौटे व्यक्ति से दूर रहे।