Seoni News | Seoni Collector Cyber Fraud | सिवनी से बड़ी खबर: मध्यप्रदेश के सिवनी जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। साइबर ठगों ने प्रशासनिक अधिकारियों को ठगने के लिए कलेक्टर शीतला पटले (Collector Sheetla Patle) की फोटो (DP) लगाकर अफसरों से पैसे की मांग कर डाली। मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि यह कॉल वियतनाम के मोबाइल नंबर से की गई थी, जबकि ठगों द्वारा दिया गया बैंक अकाउंट नंबर सतना जिले का है।
कैसे हुआ फर्जीवाड़ा?
जानकारी के अनुसार, कुछ अधिकारियों को मोबाइल नंबर 84355184381 से कलेक्टर की फोटो लगी प्रोफाइल से व्हाट्सएप मैसेज आए, जिनमें पैसे या गिफ्ट वाउचर भेजने की मांग की गई थी।
अधिकारी पहले तो असमंजस में पड़ गए, लेकिन जैसे ही उन्होंने सीधे कलेक्टर शीतला पटले से संपर्क किया, सच्चाई सामने आ गई — यह एक फर्जी और साइबर ठगी की कोशिश थी।
कलेक्टर कार्यालय ने जारी की चेतावनी
सिवनी प्रशासन ने तुरंत एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि –
“कोई भी व्यक्ति यदि कलेक्टर या किसी प्रशासनिक अधिकारी के नाम से पैसे अथवा उपहार की मांग करता है, तो ऐसे संदेशों पर बिल्कुल भरोसा न करें। यह पूर्णतः फर्जी और भ्रामक गतिविधि है।”
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि ऐसे मामलों की तुरंत पुलिस या साइबर सेल को सूचना दें और किसी भी तरह का ऑनलाइन ट्रांजेक्शन न करें।
वियतनाम से कॉल, सतना का अकाउंट — नया साइबर पैटर्न!
इस मामले ने प्रशासनिक महकमे की चिंता और बढ़ा दी है क्योंकि ठगों ने विदेशी (वियतनाम) नंबर का इस्तेमाल किया है।
पुलिस जांच में पता चला है कि यह एक प्रॉक्सी कॉल थी — यानी कॉल किसी मध्यस्थ सर्वर के जरिए की गई, जिससे असली नंबर छिपा रहा। ठगों ने पैसे ट्रांसफर करने के लिए जो बैंक अकाउंट नंबर दिया, वह सतना जिले का पाया गया है।
पहले भी हुआ था ऐसा मामला
यह पहला मौका नहीं है जब कलेक्टर की फोटो का गलत इस्तेमाल हुआ हो। कुछ दिन पहले खरगोन कलेक्टर भव्या मित्तल की तस्वीर का भी ठगों ने दुरुपयोग किया था। उन्होंने भी इसी तरह प्रशासनिक अफसरों से रुपए मांगने की कोशिश की थी। लेकिन अधिकारियों की सजगता और सतर्कता ने उस बार भी ठगी को नाकाम कर दिया था।
जांच में जुटी पुलिस
सिवनी एसपी सुनील मेहता ने बताया कि “यह मामला साइबर ठगी से जुड़ा हुआ है। कोतवाली थाने में अज्ञात आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है। पुलिस साइबर टीम के साथ मामले की जांच में जुटी है।”
अब प्रशासन और पुलिस यह पता लगाने की कोशिश में है कि वियतनाम से जुड़े इस फर्जी नेटवर्क का लोकल कनेक्शन कहां से है।
लोग क्या करें ताकि ऐसे ठगी से बचें?
- किसी भी अनजान नंबर या व्हाट्सएप मैसेज पर भरोसा न करें।
- अगर कोई सरकारी अधिकारी बनकर पैसे मांगता है, तो पहले सीधे विभाग से पुष्टि करें।
- किसी भी लिंक, QR कोड या अकाउंट नंबर पर ट्रांजेक्शन करने से बचें।
- साइबर हेल्पलाइन 1930 पर तुरंत शिकायत दर्ज करें।

