Europe में महका MP का महुआ: महुआ चाय, महुआ पाउडर, महुआ स्नेक्स ने यूरोप में मचाया तहलका

Europe में महका MP का महुआ: महुआ चाय, महुआ पाउडर, महुआ स्नेक्स ने यूरोप में मचाया तहलका

SHUBHAM SHARMA
By
SHUBHAM SHARMA
Shubham Sharma – Indian Journalist & Media Personality | Shubham Sharma is a renowned Indian journalist and media personality. He is the Director of Khabar Arena...
4 Min Read
Europe में महका MP का महुआ: महुआ चाय, महुआ पाउडर, महुआ स्नेक्स ने यूरोप में मचाया तहलका

मध्य प्रदेश का महुआ अब यूरोप में धूम मचा रहा है। वहां पर महुआ से बनी चाय, पाउडर और स्नैक्स का स्वाद लोगों को बहुत पसंद आ रहा है।

यूरोप में महुआ का प्रवेश

महुआ फल को यूरोपीय लोगों ने अपने एथनिक खाने का हिस्सा मान लिया है। यूरोप के खाद्य बाजार में अब महुआ से बने खाद्य पदार्थ दिखाई देने लगे हैं और उन्हें पसंद किया जा रहा है।

महुआ विभिन्न रूपों में

यूनाइटेड किंगडम की लंदन में स्थित कंपनी ओ-फारेस्ट ने भी महुआ के कई प्रोडक्ट्स उतारे हैं। उनमें से महुआ चाय, महुआ पाउडर, और महुआ निब-भुना महुआ मुख्य रूप से पसंद किए जा रहे हैं। ओ-फारेस्ट ने मध्य प्रदेश से 200 टन महुआ खरीदने का समझौता किया है, जिससे महुआ के बीनने वाले जनजातीय परिवारों को सीधा लाभ मिलेगा।

महुआ का महत्व

महुआ फल जनजातीय समुदाय के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उनके पारंपरिक व्यंजनों में महुआ लड्डू और महुआ से बनी मदिरा शामिल हैं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महुआ और अन्य वन्य उपजों का समर्थन किया है, जिससे जनजातीय परिवारों को बिचौलियों से मुक्ति मिली है।

उन्हें बाजार में भी अच्छे दाम मिलने लगे हैं। महुआ अंतरराष्ट्रीय बाजार में जाने से महुआ बीनने वाले जनजातीय परिवारों को बेहतीमा मूल्य मिलेगा। महुआ का समर्थन मूल्य 35 रुपये प्रति किलो है, और यूरोप में उसकी मांग से उन्हें 100 से 110 रुपये प्रति किलो का मूल्य मिलेगा।

मध्य प्रदेश महुआ का उत्पादन

महुआ का प्रदेश मध्य प्रदेश में बहुतायत से पाया जाता है। यहाँ के स्व-सहायता समूह अपने उत्पादों का नाम देने में स्वतंत्रता रखते हैं और इससे वह अपनी जनजातीय संस्कृति को बचाने में मदद कर सकते हैं।

महुआ मदिरा की अनूठी नीति

महुआ से बनाई जाने वाली मदिरा को हेरिटेज वाइन के रूप में प्रस्तुत करने के लिए राज्य सरकार ने एक नीति बनाई है। इसे बनाने का लाइसेंस स्व-सहायता समूहों को दिया जाएगा, जिनमें कम से कम 50 प्रतिशत महिला सदस्य होंगे।

महुआ का यूरोप में उत्पादन और उपयोग एक महत्वपूर्ण दिशा है जो उपजाऊ संसाधनों का सही तरीके से उपयोग करने की उपलब्धि का उदाहरण है। इससे न केवल वन्यजीवों को संरक्षित रखा जा रहा है, बल्कि यह जनजातियों को आर्थिक समृद्धि भी प्रदान कर रहा है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

महुआ क्या होता है?

महुआ एक प्रकार का फल होता है जिसका विशेष रूप से मदिरा बनाने में उपयोग होता है।

महुआ का उत्पादन कैसे किया जाता है?

महुआ के फलों से महुआ तेल निकाला जाता है, जिससे कई प्रकार के खाद्य पदार्थ बनाए जाते हैं।

यह महुआ से बनी मदिरा क्यों खास है?

महुआ से बनी मदिरा अपने विशेष गुणों के लिए जानी जाती है और इसे हेरिटेज वाइन के रूप में प्रस्तुत किया जाता है।

क्या महुआ का उपयोग केवल खाद्य में होता है?

नहीं, महुआ का उपयोग खाद्य के साथ-साथ विभिन्न उद्योगों में भी होता है, जैसे कि तेल निर्माण और मदिरा उत्पादन में।

क्या यह उत्पादन जनजातीय समुदायों के लिए सामर्थ्यपूर्ण है?

हां, महुआ के उत्पादन से जुड़े स्व-सहायता समूह जनजातीय समुदायों को आर्थिक रूप से मदद कर रहे हैं और उनकी संस्कृति को बचाने में सहायक हो रहे हैं।

इस समर्थन यात्रा में हमने देखा कि महुआ कैसे यूरोप में एक नई चाय, पाउडर और स्नैक्स की दिशा में अपनी जगह बना रहा है और जनजातीय समुदायों को आर्थिक रूप से सशक्त बना रहा है।

Share This Article
Follow:
Shubham Sharma – Indian Journalist & Media Personality | Shubham Sharma is a renowned Indian journalist and media personality. He is the Director of Khabar Arena Media & Network Pvt. Ltd. and the Founder of Khabar Satta, a leading news website established in 2017. With extensive experience in digital journalism, he has made a significant impact in the Indian media industry.
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *