Amarnath Yatra 2023: अमरनाथ की यात्रा (Amarnath Yatra 2023:) एक प्रमुख हिंदू तीर्थस्थल है, यह यात्रा हर साल आयोजित की जाती है और इसकी शुरुआत की तारीख का हर शिव भक्त उत्सुकता से इंतजार करता है। तो आइए जानते हैं कि इस बार अमरनाथ की यात्रा किस दिन आरंभ होगी।
अमरनाथ यात्रा 2023 की तारीख: हर शिव भक्त की इच्छा होती है कि उनके जीवन में कम से कम एक बार केदारनाथ और बाबा बर्फानी की दर्शन-सप्ताह करने का अवसर मिले। इन दो तीर्थ स्थलों की यात्रा तो सभी के लिए एक सपने की तरह होती है। तथापि, अमरनाथ यात्रा सभी तीर्थ यात्राओं में सबसे कठिन मानी जाती है।
बाबा बर्फानी के गुफा तक पहुंचने के लिए बहुत ऊँचाई की चढ़ाई की जाती है। अमरनाथ यात्रा अत्यधिक जटिल मानी जाती है। फिर भी, भोला भंडारी के भक्तगण वर्षभर अमरनाथ यात्रा की शुरुआत की तारीख का इंतजार करते हैं।
प्रति वर्ष, यहाँ बहुत संख्या में श्रद्धालु आते हैं शिवजी के दर्शन करने। आइए, आज हम जानते हैं अमरनाथ यात्रा की तारीख, महत्व, और इतिहास के बारे में।
Amarnath Yatra 2023 का आयोजन कब होगा?
इस साल, अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई 2023 से शुरू होगी। यह यात्रा 31 अगस्त को समाप्त होगी। सरकार ने अमरनाथ यात्रा के लिए एक तालिका जारी की है। रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया इस यात्रा के लिए 17 अप्रैल 2023 से शुरू हो चुकी है, जिसे आप ऑनलाइन और ऑफ़लाइन दोनों तरीकों से कर सकते हैं। यह यात्रा अमरनाथ में बर्फ से बने शिवलिंग की दर्शन का एक महत्वपूर्ण स्थान है।
अमरनाथ यात्रा का महत्व
अमरनाथ के पवित्र गुफा में बने शिवलिंग की दर्शन से मान्यताओं के अनुसार, जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। इसके साथ ही, इस यात्रा के द्वारा हजारों गुना पुण्य फल प्राप्त किए जा सकते हैं। यह बात बताई जाती है कि अमरनाथ में शिवलिंग का निर्माण गुफा की छत से टपकते पानी की बूंदों से होता है। कहा जाता है कि इस शिवलिंग का आकार चंद्रमा की रौशनी के चक्र के साथ बदलता रहता है। इसलिए, इसे ‘बाबा बर्फानी’ कहा जाता है
अमरनाथ गुफा का इतिहास
सूचना के अनुसार, अमरनाथ गुफा के दर्शन महर्षि भृगु ने सबसे पहले किए थे। पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब कश्मीर घाटी जलमग्न हो गई थी तब महर्षि कश्यप ने नदियों और नालों के माध्यम से पानी को बाहर निकाला था। उस समय, ऋषि भृगु हिमालय की यात्रा पर उसी रास्ते से आए थे और तपस्या के लिए एकांतवास की तलाश में थे। उसी समय, उन्हें बाबा अमरनाथ की पवित्र गुफा के दर्शन हुए। कहा जाता है कि उसी क्षण से अमरनाथ यात्रा की शुरुआत हुई।