सीएम शिवराज ने MP BOARD 10th 12th TOPPERS के साथ UPSC कैंडिडेट को किया सम्मानित, इन्हें गिफ्ट में मिलेगी Electric Scooty

By Anshul Sahu

Published on:

Follow Us
MP-Topper-E-Scooter

Join WhatsApp

Join Now

Join Telegram

Join Now

सीएम शिवराज ने MP BOARD 10th 12th TOPPERS के साथ UPSC कैंडिडेट को किया सम्मानित, इन्हें गिफ्ट में मिलेगी Electric Scooty- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के 12वीं के टॉपर छात्राओं के साथ ही छात्रों को भी ई-स्कूटी (Electric Scooter) देने की घोषणा की है।

मंगलवार को उन्होंने भोपाल के रविंद्र भवन में कहा, “इस वर्ष हम 78,000 12वीं कक्षा के छात्रों को लैपटॉप प्रदान करेंगे। हायर सेकेंडरी (12वीं) में जो बेटी स्कूल टॉपर होगी, उसे ई-स्कूटी दी जाएगी। लेकिन, मैं आज यह विचार कर रहा हूं कि अब बेटों को भी ई-स्कूटी देनी चाहिए। हम यह निर्णय लेते हैं कि हायर सेकेंडरी स्कूल के टॉपर छात्र को भी ई-स्कूटी दी जाएगी।”

मुख्यमंत्री ने रविंद्र भवन में 10वीं और 12वीं के टॉपरों के साथ सिलेक्टेड मध्य प्रदेश के UPSC कैंडिडेट्स को सम्मानित किया। उन्होंने कहा, “पहले मध्य प्रदेश से बहुत कम बच्चे UPSC में सिलेक्ट होते थे। अब हमारे 53 बच्चे सिलेक्ट हो चुके हैं। 2020 में 38, 21 में 39 और तीन साल पहले भी 15 से 20 के बीच रहते थे।”

समारोह में UPSC सिलेक्ट कैंडिडेट्स ने कहा…

गांव में भी तैयारी की जा सकती है: –

UPSC में सिलेक्ट हुए दतिया के शिवम यादव ने कहा, मेरी पढ़ाई ग्वालियर से हुई है। मैंने BSF स्कूल टेकनपुर से 10वीं-12वीं करी। UPSC मेरा पहला प्रयास था। मैंने अपनी तैयारी घर पर ही की। मैंने इंटरनेट की मदद से पढ़ाई की। आजकल हर चीज ऑनलाइन उपलब्ध होती है। अब UPSC की तैयारी गांव में रहकर भी की जा सकती है। मेरी 21वीं रैंक आई है।

सफलता के पीछे तीन स्तंभ

UPSC में 26वीं रैंक हासिल करने वाली गुंजिता अग्रवाल ने कहा, मुझे लगता है कि किसी भी छात्र की सफलता के पीछे तीन स्तंभ होते हैं। पहला है माता-पिता, दूसरा है स्कूल और कॉलेज, और तीसरा है समुदाय। मुख्यमंत्री ने भोपाल को इंटेलेक्चुअल कैपिटल घोषित किया है। आप सभी इसका हिस्सा बनें, ध्यान से पढ़ें। सफलता जरूर मिलेगी।

मन की हारे हार होती है, मन की जीते जीत

UPSC परीक्षा में 47वीं रैंक हासिल करने वाली संस्कृति सोमानी ने कहा, मैंने अपनी तैयारी को सकारात्मक मानसिकता से ही की। जो भी इस परीक्षा की तैयारी करना चाहते हैं, उनके लिए मैं यह महामंत्र देना चाहती हूं कि मन की हारे हार होती है, मन की जीते जीत। मध्य प्रदेश सरकार को धन्यवाद देना चाहती हूं कि 24 घंटे बिजली और इंटरनेट की सुविधा मिली। कोरोना वायरस के समय पढ़ाई निरंतर जारी रखने में सहायता मिली।

Leave a Comment