मंडला: FIFA WORLD CUP 2022– फीफा फुटबॉल वर्ल्ड कप (Fifa Football World Cup 2022) का आगाज बीते दिन 20 नवंबर से हो गया है, इस फीफा फुटबॉल वर्ल्ड कप (Fifa Football World Cup 2022) में मध्यप्रदेश के नैनपुर की बेटी शैफाली चौरसिया (Shefali Chourasiya) की आवाज गूंजेगी।
नैनपुर की शैफाली चौरसिया फीफा फुटबॉल वर्ल्ड कप (Fifa Football World Cup 2022) के दौरान हिंदी गाने गाते नजर आएंगी। फुटबॉल वर्ल्ड कप में उनके 13 शो होंगे। सभी शो कतर में होंगे।
शैफाली के बारे में बात करें तो शैफाली की उम्र अभी 29 वर्ष है शैफाली के पिता मध्यप्रदेश के मंडला में पान के पत्ते का कारोबार करते है। शैफाली के जन्म मध्यप्रदेश के मंडला के नैनपुर में हुआ था उन्हें बचपन से ही सिंगिंग का बहुत शौक रहा, जिसे देखते हुए उनके पिता ने शैफाली को इसी क्षेत्र में आगे बढ़ाया, अब वे मुंबई के म्यूजिशियन मिलिंद वानखेड़े और उनकी टीम के साथ कतर में परफॉर्मेंस देंगी।
शैफाली चौरसिया का नैनपुर से कतर का सफर…
शैफाली की पढ़ाई की बात करें तो शैफाली ने पांचवी कक्षा तक पढ़ाई मंडला के नैनपुर में स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में की, शैफाली का संगीत के प्रति लगन देखकर पिता संतोष चौरसिया ने शैफाली को नैनपुर में ही लगने वाले समर कैंप में सिंगिंग के लिए एडमिशन कराया जहाँ शैफाली ने लगभग एक महीने ट्रेनिंग ली थी शैफाली के म्यूजिक टीचर ने उनके पिता को बेटी को सिंगिंग फील्ड में आगे बढ़ाने का सुझाव दिया।
म्यूजिक टीचर की बात को ध्यान में रखते हुए पिता ने शैफाली को जबलपुर के भात खंड संगीत महाविद्यालय में आगे की पढ़ाई के लिए भेज दिया जबलपुर में ही रहकर शैफाली ने 12 वीं की पढ़ाई की और फिर कॉलेज की पढ़ाई करने नागपुर चली गईं, नागपुर में शैफाली ने तुकोजी महाराज विश्विद्यालय नागपुर से संगीत में एमए किया।
संगीत विश्वविद्यालय में शैफाली को मिला गोल्ड मेडल
तुकोजी महाराज विश्विद्यालय नागपुर में नैनपुर की बेटी शैफाली चौरसिया ने पूरे विश्विद्यालय में टॉप करके विश्वविद्यालय के साथ अपने गृह ग्राम और जिले का नाम भी रोशन किया, जिसके बाद उन्हें गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। इतना होने के बाद शैफाली ने आगे कदम बढाते हुए 2018 में बॉलीवुड में अपनी किस्मत का पहिया लेकर कदम रखा और वहां एक ऑर्केस्ट्रा ग्रुप जॉइन कर लिया, शैफाली ने मुंबई में एक स्कूल में बतौर म्यूजिक टीचर भी काम किया।
शैफाली ने कई शहरों में दिया परफॉर्मेंस
शैफाली अनेको शहरों में अपनी सुरीली आवाज के साथ परफॉरमेंस देती नजर आ चुकी है, सूरत, मोरबी, मुंबई सहित देश के अनेकों शहरों में लगातार ही सिंगिंग के लिए शो होते रहते हैं और शैफाली की सुरीली आवाज और उनकी सिंगिंग के लिए प्रतिभा को देखते हुए ऑर्केस्ट्रा ग्रुप के मिलिंद वानखेड़े और जहीर दरबार ने उन्हें फीफा वर्ल्ड कप में परफॉर्म करने वाली टीम में शामिल कर लिया।
पिता करते हैं पान का व्यवसाय
मध्यप्रदेश के मंडला जिले के नैनपुर की शैफाली चौरसिया के पिता मंडला में ही पान के पत्तों का व्यवसाय करते है शैफाली की माता जी संध्या चौरसिया हाउसवाइफ हैं।
शैफाली एक बड़े परिवार के बीच पली बढ़ी है जिनके 5 भाई-बहनों में शैफाली चौथे नंबर की हैं, शैफाली के दोनों भाई भाई सौरभ और गौरव भी पिता के व्यवसाय में उनका हाथ बंटाते हैं, शैफाली की भाभी कंचन भी हाउसवाइफ हैं। बड़ी बहन स्नेहा (बंडोल सिवनी में विवाह) और श्वेता (अंजनिया मंडला में विवाह) की शादी हो चुकी है। शैफाली की इस उपलब्धि पर पिता फूले नहीं समा रहे हैं।