सिवनी: जिला मुख्यालय से नागपुर रोड पर स्थित ग्राम खैरी से लगभग दो किलोमीटर दूर स्थित सीलादेही की बजर पहाडिय़ों को प्राकृतिक रूप से पुन: जीवित करने का काम स्व. गोविंद नेमा के द्वारा आरंभ किया गया था।
इस पुण्य कार्य के दौरान वैष्णव देवी धाम समिति का गठन भी हुआ जिनके मार्ग दर्शन और धर्म प्रेमी नागरिकों के सहयोग से इस पहाड़ी पर मां वैष्णदेवी की प्रतिमा प्राकृतिक रूप से बनी गुफा में स्थापित की गई है जहां प्रतिदिन भक्तजनों का तांता लगा रहता है।
दो पहाडिय़ों को हरा भरा क्षेत्र बनाया गया है जिसके कारण यह धार्मिक स्थल विभिन्न त्यौहारों में ग्रामीण और नगरीय क्षेत्र के नागरिकों को अपनी और सहज रूप से आकर्षित करता है.
प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी सीलादेही की इस पहाड़ी पर स्थापित वैष्णदेवी मंदिर के समीप ही धनतेरस के दिन मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा पूर्ण विधि विधान के साथ स्थापित की जा चुकी है।
सेवा समिति से मिली जानकरी अनुसार आगामी 2 नवंबर आंवला नवमीं के पर्व पर विशेष पूजन होगा वहीं एकादशी के दिन भी प्रकांड पडितों की उपस्थिति में पूजन अर्चन किया जायेगा।
ज्ञात रहे कि पहाड़ी पर समिति द्वारा विशेष रूप से आंवले के 100 से अधिक पौधे लगाये गये थे जो अब वृक्ष के रूप में तब्दील हो गये है इसी कारण यहां आंवला नवमीं के अवसर पर महिलाएं परिवार सहित पूजन अर्चन करने पहुंचती है।
समिति से मिली जानकारी अनुसार प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा के दिन मां अन्नपूर्णा को छप्पन भोग अर्पण के साथ विशाल भंडारे का आयोजन किया जाता है।
इस वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के दिन चंद्रग्रहण होने के कारण भोग अर्पण एवं भंडारे का आयोजन 9 नवंबर को होगा। समिति ने सभी धर्मप्रेमियों से अनुरोध किया है कि वे आंवला नवमीं के अवसर पर मंदिर परिसर पहुंचकर पूजन-अर्चन कर सकते है। इस दौरान सभी आवश्यक व्यवस्थाएं समिति द्वारा की जायेगी।