Mulayam Singh Death: आज 10 अक्टूबर 2022 को समाजवादी पार्टी के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का निधन लम्बी बीमारी के चलते हुआ
आज 10 अक्टूबर सोमवार की सुबह समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन (Mulayam Singh Yadav Death) की खबर से समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं से लेकर उन्हें चाहने वालो में शोक की लहर थी.
मुलायम सिंह यादव 1987 में क्रांति रथ लेकर आए
समाजवादी पार्टी के संस्थापक वर्ष 1987 में क्रांति रथ लेकर सियासी दंगल में आए थे, जब उनके साथ अमेठी के राजा संजय सिंह, रामशरण दास, वीके जैन आदि भी साथ थे।
यह भी पढ़ें: Mulayam SIngh Yadav Death: वयोवृद्ध राजनीतिज्ञ मुलायम सिंह यादव का 82 वर्ष की आयु में निधन
ग्राम सांपला स्थित इंटर कालेज मैदान में हुई जनसभा में मुख्य भूमिका अदा करने वाले बसंत कुमार बताते हैं कि मुलायम सिंह यादव ने किसानों, मजदूरों, पिछडों और वंचित समाज के लिए एकजुट होकर संघर्ष करने का आह्वान किया था। यहां से क्रांति रथ सहारनपुर पहुंचा था और रात को जनमंच में सभा हुई थी।
सहारनपुर में छपे थे सपा के स्थापना दिवस के लिए पोस्टर
समाजवादी पार्टी के स्थापना दिवस का कार्यक्रम उत्तरप्रदेश के लखनऊ में हुआ था, लेकिन स्थापना दिवस कार्यक्रम के लिए पोस्टर बैनर सहारनपुर की इलेक्ट्रिक प्रेस में छपे थे, सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष जगपाल दास याद करते हैं कि स्थापना दिवस से एक सप्ताह पहले मुलायम सिंह यादव ने फोन करके कार्यक्रम से दो दिन पहले पोस्टर लखनऊ भिजवाने के लिए कहा था। लेकिन वे स्वयं ही जीप चलाकर पोस्टर पहुंचाने तय दिन से पहले ही पहुंच गए थे। जिस पर मुलायम सिंह उनकी पीठ थपथपाई थी।
रामशरण दास के गांव चार बार आए
सपा के आजीवन प्रदेश अध्यक्ष रहे चौधरी रामशरण दास से राजनीतिक से लेकर निजी तौर पर बेहद आत्मीयता रही। वे उनके गांव में शादियों से लेकर उनकी शोक सभा तक में पहुंचे।
पहली बार में 1986 में उनके बेटे जगपाल दास के मंढे में आए थे। दो बार उनकी पौत्रियों की शादी में और अंतिम बार रामशरण दास की शोकसभा में 11 नवंबर 2008 को शामिल हुए थे।