वाराणसी । कोरोना लहर के दूसरे दौर में भी ‘आरोग्य सेतु एप’ की अहमियत है। ऐसे में एक बार फिर इस एप को अपने मोबाइल में डाउनलोड करने की जरूरत है। बुधवार को अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. वीएस राय ने बताया कि आरोग्य सेतु एप कोरोना से बचाव के लिए सभी को डाउनलोड करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आरोग्य सेतु एप लोगों को कोरोना संक्रमण के खतरे और जोखिम का आंकलन करने में मदद करता है। एंड्रॉयड और आईफोन दोनों तरह के स्मार्टफोन पर इसे डाउनलोड किया जा सकता है। यह खास एप आसपास मौजूद कोरोना पॉज़िटिव लोगों के बारे में पता लगाने में मदद करता है। उन्होंने बताया कि वैक्सीन लगवाने के लिए कोविन पोर्टल के साथ-साथ इस पर भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु एप को ब्लूटूथ और जीपीएस डेटा की जरूरत पड़ेगी। एप को काम करने के लिए इसकी अनुमति दें। आरोग्य सेतु कांन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग के लिए आपके मोबाइल नंबर, ब्लूटूथ और लोकेशन डेटा का उपयोग करता है और बताता है कि आप कोरोना के दायरे में हैं या नहीं। पिछले साल कोरोना काल में ‘आरोग्य सेतु एप’ के लांच होने के कुछ ही समय में करोड़ों लोगों ने इसे डाउनलोड किया था। कोरोना से बचाव और खास जानकारी देने के लिए यह एप काफी कारगर है।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि एप तभी काम करता है जब आप अपने मोबाइल नंबर को रजिस्टर्ड करते हैं और ओटीपी से उसे वेरीफाई करते हैं। एक वैकल्पिक फार्म भी आता है। जो नाम, उम्र, पता, और पिछले 30 दिनों के दौरान विदेश यात्रा के बारे में पूछता है। आप इस फार्म को स्किप कर सकते है। हालांकि अगर आप जरूरत के समय में वॉलिंटियर यानि स्वयंसेवक बनने की इच्छा रखते हैं तो आपके पास खुद को इस में नामांकित करने का विकल्प है।
एप रंग से करता है निर्देशित
डा. राय ने बताया कि ये एप हरे और पीले रंग के कोड्स में आपके जोखिम के स्तर को दिखाता है। यह भी सुझाव देता है कि आप तो क्या करना चाहिए। अगर आपको ग्रीन में दिखाया जाता है तो बताया जाता है कि आप सुरक्षित हैं। अगर आपको पीले रंग में दिखाया जाता है तो बताया जाता है कि आपको बहुत जोखिम है।