अशोकनगर – आज 11 सितम्बर एससी-एसटी संशोधित एक्ट का विरोध करने के लिए करीब एक सैकड़ा महिलाएं मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचीं। सामान्य, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग की महिलाओं ने पहले तो काफी नारेबाजी की एवं बाद में कलेक्टर को ज्ञापन देने की मांग पर अड़ गईं। जब कलेक्टर ज्ञापन लेने नहीं आईं तो महिलाएं कलेक्ट्रेट के गेट पर बैठ गईं। यही नहीं चूडिय़ां भेंट करने के बाद जब कलेक्टर के गार्ड ने महिलाओं से कहा कि अब आपका फोटो खिंच गया है ये चूडिय़ां वापिस ले जाईए तो महिलाओं ने फिर नाराजगी जताई। महिलाएं रैली के स्वरूप में कलेक्ट्रेट पहुंची थीं। वे अपना ज्ञापन कलेक्टर को सौंपना चाहती थीं। ज्ञापन लेने के लिए पहले नायब तहसीलदार कमल सिंह मंडेलिया आए लेकिन महिलाओं ने उन्हें ज्ञापन देने से मना कर दिया। कुछ देर बाद तहसीलदार इसराक खान ज्ञापन लेने के लिए आए लेकिन महिलाओं ने उन्हें भी ज्ञापन देने से मना कर दिया और कहा कि हम केवल कलेक्टर को ही ज्ञापन देंगे। बाद में एसडीएम नीलेश शर्मा भी ज्ञापन लेने के लिए आए और उन्होंने बताया कि कलेक्टर मैडम निर्वाचन से संबंधित वीडियो कॉन्फे्रंस में व्यस्त हैं इस कारण वे नहीं आ सकती हैं। आप मुझे ज्ञापन दे दें लेकिन महिलाओं ने उन्हें ज्ञापन देने से इनकार कर दिया और कलेक्ट्रेट के गेट पर नारेबाजी शुरू कर दी। काफी देर तक नारेबाजी के बाद कलेक्टर ने महिलाओं के प्रतिनिधि मंडल को मुलाकात करने के लिए वीसी कक्ष के बाहर बुलाया, जहां महिलाओं ने उन्हें ज्ञापन सौंपा और साथ ही अपने साथ लाई गईं चूडिय़ां भी यह कहते हुए कलेक्टर को दी कि आप इन्हें मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री तक अवश्य पहुंचाएं। महिलाओं से यह चूडिय़ां सुरक्षा गार्ड ने ले लीं। इसी बीच गार्ड ने कहा कि अब आपके फोटो खिंच गए हैं और चूडिय़ां भेंट कर दी हैं अब आप ये चूडिय़ां ले जाएं। इस पर महिलाएं नाराज हो गईं उनका कहना था कि हम फोटो खिंचवाने के लिए नहीं आए हैं बल्कि विवादित बिल को वापिस करने की मांग कर रहे हैं।