दो अप्रेल को हुए भारत बंद में प्रदेश के सभी जिलों मेें प्रदर्शन रैली और झड़प होने की सूचनाएं आई। लेकिन भारत बंद का आह्वान किस संगठन ने किया और कौन लोग
जयपुर//दो अप्रेल को हुए भारत बंद में प्रदेश के सभी जिलों मेें प्रदर्शन रैली और झड़प होने की सूचनाएं आई। लेकिन भारत बंद का आह्वान किस संगठन ने किया और कौन लोग इसमें जुड़े हुए है ये हम आपको बताते है।
दरअसल सुप्रीम कोर्ट की ओर से एससी और एसटी कानून में संशोधन करने का फैसला दिया था। जिसके विरोध में एससी और एसटी वर्ग ने दो अप्रेल को भारत बंद का आह्वान किया था। भारत बंद के दौरान राजस्थान के 33 जिलों में तनाव हुआ। करीब सभी जिलों में लाठी—भाटा जंग हुई। पुलिस ने हवाईफायर किया, आंसुगैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज करते हुए उपद्रव मचाने वालों को काबू करने का प्रयास किया।
इस बंद के दौरान अलवर में एक युवक की मौत हो गई, जबकि पुलिस ने किसी संगठन पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया। इसका कारण यह रहा कि पुलिस को पता ही नहीं था कि आखिर भारत बंद का आह्वान किसने किया।
सवाईमाधोपुर के गंगापुरसिटी में इस कदर तनाव फैल गया कि वहां पर पुलिस को कर्फ्यू लगाना पड़ा। वहीं प्रदेश के 24 जिलों में इंटरनेट सेवाएं रोक दी गई। वहीं भरतपुर, गंगापुर, अलवर, करौली, हिंडौन, बाड़मेर समेत कई क्षेत्रों में आरएसी की 26 कंपनियां लगानी पड़ी।
भारतबंद का असर राजधानी पर भी खूब पड़ा, खास बात यह रही कि पुलिस ने पूरे मामले पर चुप्पी साध ली, जबकि दिनभर व्यापारी और घरों में रहने वाले लोग दहशत में रहे। देशभर में इस बंद के नाम पर उपद्रव में दस लोगों की मौत हो गई, जबकि पुलिसकर्मियों समेत सैंकड़ों लोग घायल हो गए। कई पुलिसकर्मी तो गंभीर हालत में अस्पतालों में जीवन और मौत के बीच झूल रहे है।
राजस्थान पुलिस ने जब भारत बंद की कॉल करने वाले संगठन को तलाश किया तो उसको निराशा हाथ लगी। दरअसल किसी एक छोटे से संगठन के नाम पर सोशल मीडिया पर भारत बंद की मजाक की थी, लेकिन देखते ही देखते यह ट्रेंड हो गया। सोशल मीडिया पर दो अप्रेल भारत बंद वायरल हो गया। नतीजा बगैर किसी संगठन के पूरा आंदोलन सड़कों पर उतर आया।