बाघा बॉर्डर से होगी जीतेंद्र की रिहाई, तरूण नायक की मेहनत लाई रंग
सिवनी- करीब पांच वर्षों से पाकिस्तानी जेल में बंद मध्य प्रदेश का 20 वर्षीय जीतेंद्र अर्जुनवार चार मई को भारत आ जाएगा। जिला उप पुलिस अधीक्षक गोपाल डांडेल से मिली जानकारी के अनुसार कल 2 मई को दोपहर 11 बजे मुख्यालय से जीतेंद्र का बरघाट निवासी भाई पुलिस बल सिवनी में तैनात अधिकारी के साथ पंजाब की बाघा बार्डर की ओर रवाना होगी।
जिसके बाद पाक सेना द्वारा उसे 4 मई को रिहा करते है,जीतेंद्र को उसके भाई के हवाले किया जाएगा, जिसके बाद 5 मई या 6 मई तक जीतेंद्र का सिवनी आगमन हो सकता है।
मालूम हो इस मामले पर जिला पुलिस कप्तान तरुण नायक ने विशेष रुचि दिखाते हुए लगातार भारत के विदेश मंत्रालय से सम्पर्क किया था।
मालूम हो कि मध्य प्रदेश के सिवनी जनपद के बरघाट गांव का निवासी जीतेंद्र 12 अगस्त, 2013 को घर से झगड़कर राजस्थान की ओर निकल गया था। वहां अजमेर से सीमा पारकर पाकिस्तान जा पहुंचा। पाकिस्तानी रेंजर्स ने उसे पकड़कर सिंध की हैदराबाद सेंट्रल जेल में बंद कर दिया। करीब साल भर बाद जून 2014 में उसकी सजा पूरी हो गई।
लेकिन उसकी रिहाई तब तक संभव नहीं थी, जब तक कि भारत उसे अपने नागरिक रूप में स्वीकार न कर ले। कुछ दिन पहले ही यह प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद अब जीतेंद्र को कराची जेल से रिहा कर दिया जाएगा। पाकिस्तान इंडिया पीपुल्स फोरम फॉर पीस एंड डेमोक्रेसी (पीआईपीएफपीडी) के महासचिव जतिन देसाई के अनुसार, पंजाब स्थित वाघा बॉर्डर पर पाकिस्तानी रेंजर्स जीतेंद्र को सीमा सुरक्षा बल के हवाले करेंगे। जहां से उसे अमृतसर स्थित रेड क्रास के केंद्र पर लाया जाएगा। प्राथमिक उपचार एवं जांच के बाद उसे परिवार को सौंपा जाएगा।