Seoni Jal Sankat: मध्यप्रदेश के सिवनी जिले में एक बार फिर जल संकट की गंभीर स्थिति बनती नजर आ रही है। छिंदवाड़ा कलेक्टर शीलेंद्र सिंह के निर्देशानुसार माचागोरा बांध से भीमगढ़ बांध के लिए छोड़े जा रहे पानी की आपूर्ति पर अचानक रोक लगा दी गई है। यह निर्णय 5 मई 2025 को लिया गया जब माचागोरा से सिवनी के लिए पानी ले जाने वाले गेट बंद कर दिए गए। इसका सीधा असर सिवनी की पेयजल व्यवस्था पर पड़ सकता है, जो पहले से ही गंभीर संकट का सामना कर रही है।
सिवनी को चाहिए 35 एमसीएम, मिला सिर्फ 21 एमसीएम पानी
जानकारी के अनुसार, सिवनी जिले को आने वाले तीन महीनों के लिए कम से कम 35 एमसीएम (मिलियन क्यूबिक मीटर) पानी की आवश्यकता है। परंतु अब तक भीमगढ़ बांध में सिर्फ 21 एमसीएम पानी ही पहुंच पाया है। यह पानी माचागोरा बांध के लेफ्ट केनाल से 19 अप्रैल 2025 को जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट के निर्देश पर छोड़ा गया था।
माचागोरा बांध की स्थिति और जलस्तर
माचागोरा बांध, जो छिंदवाड़ा जिले का प्रमुख जलस्रोत है, उसकी कुल जलसंग्रहण क्षमता 577 एमसीएम है। फिलहाल बांध में 199.27 एमसीएम पानी शेष है। बांध का कुल जलस्तर 625.75 मीटर है, जबकि वर्तमान जलस्तर केवल 615.41 मीटर पर है। ऐसे में छिंदवाड़ा प्रशासन का निर्णय स्थानीय जल आपूर्ति को देखते हुए तर्कसंगत प्रतीत होता है, लेकिन इससे सिवनी के नागरिकों की समस्याएं और बढ़ सकती हैं।
छिंदवाड़ा में भी संकट, इसलिए लिया गया यह निर्णय
छिंदवाड़ा जिला प्रशासन का कहना है कि वहां भी इंटेक वेल्स तक पानी की उपलब्धता कम हो चुकी है। नहरों में सिल्ट (कीचड़) जमा होने से जल प्रवाह बाधित हो रहा है। ऐसे में यदि माचागोरा से लगातार पानी सिवनी को दिया जाता रहा, तो छिंदवाड़ा को भी निकट भविष्य में भीषण जल संकट का सामना करना पड़ सकता है। यही कारण है कि कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने गेट बंद करवाकर पानी की आपूर्ति पर नियंत्रण किया।
नहर में बह रहा शेष पानी पहुंचेगा भीमगढ़ तक
मुख्य अभियंता अशोक डहेरिया ने बताया कि माचागोरा के गेट बंद किए जाने के बावजूद नहर में पहले से बह रहा पानी आगामी एक सप्ताह तक भीमगढ़ बांध तक पहुंचता रहेगा। इससे भीमगढ़ बांध का जलस्तर लगभग एक मीटर तक बढ़ चुका है, जो सिवनी की जलआपूर्ति के लिए थोड़ी राहत जरूर है, लेकिन यह स्थायी समाधान नहीं है।
सिवनी विधायक का आश्वासन
सिवनी विधायक दिनेश राय मुनमुन ने कहा है कि यदि आने वाले दिनों में सिवनी में पानी की कमी होती है, तो वे माचागोरा बांध के गेट दोबारा खुलवाने के लिए प्रयास करेंगे। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि सिवनी की जनता को पानी की कमी से जूझने नहीं दिया जाएगा और सरकार से मिलकर इस संकट का समाधान निकाला जाएगा।
सिवनी और छिंदवाड़ा दोनों ही जिलों में जल संकट को रोकने के लिए दीर्घकालिक योजनाएं आवश्यक हैं। केवल आपातकालीन जल आपूर्ति से समस्या का समाधान नहीं होगा। हमें वर्षा जल संचयन, तालाबों का गहरीकरण, जलदाय परियोजनाओं के समुचित क्रियान्वयन, और जनसहभागिता से ही इस संकट से बाहर निकला जा सकता है।