सिवनी । प्रदेश सरकार के मंत्री जीतू पटवारी द्वारा विगत दिनों एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान पटवारियों को 100 प्रतिशत रिश्वत लेने वाला बयान दिया गया था, जिससे नाराज प्रदेश भर के पटवारियों ने तीन समय देकर बयान देने वाले मंत्री से खेद व्यक्त करने के लिए अनुरोध किया था। वहीं दूसरी ओर आज जिले के राजस्व निरीक्षकों ने भी पटवारियों की इस हड़ताल को समर्थन दे दिया है, जिससे अब पूरी तरह से राजस्व विभाग का कामकाज ठप्प हो गया है।
लेकिन मंत्री द्वारा बयान के संबंध में कोई घोषणा नहीं दिये जाने के बाद विगत 3 अक्टूबर से प्रदेश भर के पटवारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये है। प्रदेश पटवारी संघ के आव्हान पर सिवनी जिले के सभी पटवारियो ने राजस्व कार्यों के शासन द्वारा उपलब्ध करवाये गये तहसील कार्यालय में जमा कर हड़ताल आरंभ कर दी है।
तहसील कार्यालयों के चक्कर लगा रहे लोग
विगत दो दिनों से जारी हड़ताल का असर जिले में हुई अतिवृष्टि से खराब हुई फसलों एवं मकानों को हुई क्षति के प्रकरण बनाने में पड़ रहा है, जहाँ पटवारी उपलब्ध न होने के कारण पीडि़त किसान तहसील कार्यालयों के चक्कर लगा रहे है, वहीं जिला मुख्यालय सहित अन्य विकासखण्डों में होने वाले जमीनों व मकानों की खरीदी-बिक्री पटवारियों की अनउपलब्धता के चलते बंद पड़े है।
नहीं लिया प्रभार
पटवारियों की हड़ताल के संबंध में संगठन के प्रदेश संरक्षक राजेन्द्र भगत ने दैनिक सिवनी लोकवाणी से चर्चा करते हुए बताया कि हड़ताल पर गये पटवारियों ने अपना बस्ता तहसील कार्यालय में जमा कर दिया था वहीं दूसरी ओर राजस्व निरीक्षकों पर शासन द्वारा दबाव बनाया जा रहा था कि वे पटवारियों का प्रभार ले लें, लेकिन इस बात से राजस्व निरीक्षकों ने इंकार कर दिया और कहा कि पटवारी अपना काम स्वयं करेंगे।