मामला आदिवासी बालक छात्रावास आदेगांव का…
समाचार प्रकाशन को लेकर पत्रकार को कर्मचारियों ने दी धमकी
सफाई से लेकर हर कार्य में विद्यार्थियों को कर रखा है संलग्न
सिवनी | आदिवासी विभाग अंतर्गत लखनादौन विकासखण्ड बालक छात्रावास में विद्यार्थियों से प्रबंधन सफाई के अलावा अन्य कार्य भी प्रतिदिन करवाता है जिससे निश्चित ही विद्यार्थियों का अध्यापन प्रभावित है। वहीं इस ओर वरिष्ठ अधिकारी ध्यान देने के लिए तैयार नहीं है। जानकारी के अनुसार शिकायत करने वाले लोगों को इस छात्रावास में पदस्थ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों द्वारा अन्य लोगों की मदद से धमकाया जाता है। इस तरह की घटनाएं पूर्व में भी हो चुकी है।
आदिवासी विभाग के छात्रावास मनमाने ढंग से चल रहे है, जहां प्राप्त कर्मचारी होते हुये भी अध्ययनरत विद्यार्थियों से वे कार्य कराये जा रहे है जिसके लिए शासन स्तर से कोई दिशा-निर्देश नहीं है इसका ज्वलंत उदाहरण बालक छात्रावास आदेगांव है। आज 25 फरवरी 2018 की सुबह देखा गया कि चपरासियों की उपस्थिति में अध्ययनरत विद्यार्थियों से पूरे परिसर में घंटों तक झाडू लगवायी गई। ज्ञात हो कि वर्तमान समय में परीक्षाओं का समय चल रहा है और इस तरह से छात्रावास प्रबंधन विद्यार्थियों को अध्यापन करने की सलाह देने की बजाय चपरासियों के होते हुये भी विद्यार्थियों से सफाई करवायी जा रही है अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस छात्रावास में रहने वाले विद्यार्थियों का भविष्य क्या है।
मुझे जानकारी नहीं: नामी
बालक छात्रावास आदेगांव में विद्यार्थियों से अनावश्यक परिसर में ही अध्यापन की बजाय सफाई कार्य करायी जाने व पत्रकार को समाचार प्रकाशन को लेकर छात्रावास के ही चतुर्थ कर्मचारियों द्वारा पत्रकार के घर पहुंचकर धमकाने की घटना के संबंध में छात्रावास अधीक्षक जीवनलाल नामी से चर्चा की गई तो उन्होंने मामले में अनविज्ञता जाहिर करते हुये कहा कि यदि यह घटना हुई है तो संबंधित कर्मचारियों के विरूद्ध कार्यवाही होना चाहिये, जो कि संस्था का नाम खराब कर रहे है। इस मामले को दिखवाता हूं।
सहायक आयुक्त ने नहीं उठाया फोन
आदेगांव छात्रावास में व्याप्त अनियमितताओं व अधीनस्थ चतुर्थ श्रेणी की गुंडागर्दी तथा पत्रकार को धमकाने के मामले में जब आदिवासी विभाग के सहायक आयुक्त सतेन्द्र सिंह मरकाम से उनके मोबाइल पर चर्चा करने का प्रयास किया गया तो उक्त जिम्मेदार अधिकारी ने इस गंभीर घटना को लेकर मोबाइल उठाना उचित नहीं समझा।
पत्रकार को धमकाने पहुंचे कर्मचारी
आज सुबह जब विद्यार्थियों से बालक छात्रावास आदेगांव में श्रम कराया जा रहा था उस समय हमारे आदेगांव संवाददाता ने परिसर के बाहर से फोटो खींचे तथा वीडियो बनाया। इस घटना के बाद यहां पदस्थ चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी आदेगांव के ही कुछ लोगों को लेकर पत्रकार के घर पहुंचे और पत्रकार व उसके परिवार को समाचार प्रकाशन को लेकर धमकी दे डाली। एक तरह से गुंडागर्दी के बल पर छात्रावास के कर्मचारियों द्वारा किया गया यह प्रयास है। इस मामले को पत्रकारों का संगठन श्रमजीवी पत्रकार परिषद ने संज्ञान लेते हुये आदिवासी विभाग के अधिकारियों को वास्तविकता जानकर आवश्यक कार्यवाही के लिए आग्रह किया है। पत्रकार को समाचार प्रकाशन को लेकर धमकी देने वाले चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के विरूद्ध यदि आदिवासी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी कोई कदम नहीं उठायेंगे तो संगठन पत्रकार हित में आगे बढ़ेेगा। इस घटना को लेकर श्रमजीवी पत्रकार परिषद जिला इकाई सिवनी ने संभागीय एवं प्रांतीय इकाई से चर्चा की है, जहां उच्च स्तर पर भी पत्रकार को धमकी देने के मामले में जनजाति विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से संगठन चर्चा करेगा।