सिवनी- 11 केव्ही लाइन से अवैध रूप से करंट बिछाकर जंगली जानवरों का शिकार करने के मामले में दो युवकों को डूंडासिवनी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। बाद में इन्हें वन विभाग के सुपुर्द कर दिया गया है। छिंडिया पलारी क्षेत्र में स्थित टपरा मोहल्ला में रहने वाले कुछ लोगों ने जंगली जानवर का शिकार करने के लिए तार डालकर करंट बिछाया और घर चले गए। इस तार में ऊदबिलाव फंस गया। तभी तार से निकली चिंगारी से वहां मौजूद खेत में आग लग गई। करंट बिछाने वालों ने पहले आग बुझाया और फिर देखा तो उन्हें तार में ऊदबिलाव फंसा दिखाई दिया। इसी बीच खेत मालिक विनोद पिता मंशाराम टेंभरे पहुंचे। विनोद को देख दोनो युवक भाग गए। घटना की जानकारी मिलते ही डूंडासिवनी थाना प्रभारी दिलीप पंचेश्वर अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जांच प्रारंभ की। जांच के दौरान मुखबिर से सूचना मिलने पर पुलिस ने टपरा मोहल्ला में रहने वाले मंशाराम और संजू जंघेला को हिरासत में लिया और पूछताछ की तो उन्होने तार बिछाने की बात स्वीकार की। इसके बाद डूंडासिवनी पुलिस ने वन परिक्षेत्र अधिकारी तिवारी को जानकारी दी और युवकों को वन विभाग अमले के सुपुर्द कर दिया गया।
कीचड़युक्त कुएं में जा गिरा था एक आरोपी
अंधेरे में भागे युवकों में से एक संजू जंघेला नामक युवक कुछ दूरी पर स्थित कीचड़युक्त कुएं में जा गिरा और कीचड़ में फंस गया। डूंडासिवनी पुलिस ने तलाशी के दौरान युवक को निकालकर अपने कब्जे में लिया। जंगली जानवरों का करंट युक्त तार बिछाकर शिकार करने वाले दोनों युवकों को पुलिस ने वन विभाग अमले को सौंपा। अमले में शामिल रेंजर तिवारी, डिप्टी रेंजर रमेश उइके, बाबूलाल गढ़पाले और बीट प्रभारी भानू चौबे शामिल रहे। आरोपी युवकों के विस्र्द्ध धारा 2,9 , 39, 49, 50, 51, 52 वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1927 के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है।